Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

पत्नी और ससुराल वालों से परेशान शख्स ने जय श्री राम बोलकर लगाई फांसी

Published

on

Loading

गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों से परेशान होकर फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली। मौत को गले लगाने से पहले उसने जय श्री राम बोला भी बोला।

मृतक की पहचान गाजियाबाद निवासी 38 वर्षीय जगजीत सिंह के रूप में हुई है। मरने से पहले उसने दो वीडियो बनाए थे। ये पूरा मामला गाजियाबाद के अंकुर विहार थाना क्षेत्र की डीएलएफ कॉलोनी का है। मूल रूप से जिला बुलंदशहर के सबदलपुर गांव निवासी जगजीत सिंह राणा यहां डीएलएफ कॉलोनी में रहते थे। सोमवार को जगजीत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से कुछ दिनों पहले ही पत्नी उमाकांत उर्फ गुड़िया अपने बच्चों को लेकर मायके चली गई थी। उसका मायका बुलंदशहर जिले के खुर्जा देहात क्षेत्र स्थित रूपबास पंचगाई गांव में है।

जानकारी के मुताबिक, सूचना मिलने पर अंकुर विहार थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने पंखे से लटके शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस को जगजीत सिंह राणा के मोबाइल से दो वीडियो मिले। पहला वीडियो 3.04 मिनट का है। इसमें जगजीत ने कहा, “मैं अपने पूरे होशो-हवास में ये वीडियो अपलोड कर रहा हूं। मुझे मेरी जान का खतरा है। पत्नी, घरवालों, उसकी बहनों और पूरे परिवार व रिश्तेदारों की ओर से मुझे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया है। मुझ पर ऐसे-ऐसे इल्जाम लगाए जा रहे हैं कि मैं उन्हें सहन नहीं कर पा रहा हूं। सभी मुझे मानसिक रूप से टॉर्चर कर रहे हैं, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं किसी को समझा नहीं सकता कि मेरे साथ क्या हो रहा है। मैं सुसाइड करने जा रहा हूं।”

उन्होंने कहा, “मैं पुलिस-प्रशासन से गुजारिश करूंगा कि इनको कड़ी सजा दी जाए। मेरी प्रॉपर्टी में से एक सुईं बराबर हिस्सा भी इनको न दिया जाए। मेरे बच्चों को भी हिस्सा न दिया जाए। हो सकता है कि वो मेरे बच्चे भी न हों। मैं अब सहन नहीं कर पा रहा हूं। सहनशक्ति खत्म हो गई है। मेरा अनुरोध है कि मरने के बाद मेरा अंतिम संस्कार प्रशासन द्वारा किया जाए। मेरे मां, बाप, भाई, बहन, पत्नी या किसी को भी मेरे मरने का चेहरा नहीं देखने दिया जाए। न ही मेरे पार्थिव शरीर को हाथ लगाने दिया जाए। मेरी बस यही इच्छा है। मैं सबसे दूर जा रहा हूं। मैं इन सबको खुश देखना चाह रहा हूं। राम-राम जी।”

इसके बाद 25 सेकंड के दूसरे वीडियो में जगजीत सिंह राणा पंखे पर फांसी के फंदे को गले में पहनते हुए कहता है कि सबके लिए ये मेरा लास्ट मैसेज है, जो भी देख रहे हैं। उसने कहा कि दुनिया में सब कुछ कर लेना, पर शादी मत करना। जय श्रीराम। बता दें कि वीडियो में जगजीत सिंह राणा ने अपनी मौत के लिए पत्नी समेत सभी ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराया है। इस पूरे प्रकरण में एसीपी भास्कर वर्मा का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। मृतक के परिजनों ने अभी कोई शिकायत पुलिस में नहीं की है। तहरीर आती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

Published

on

Loading

लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

Continue Reading

Trending