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अन्तर्राष्ट्रीय

खालिस्तानी आतंकी पन्नू पर बदले US के सुर, विदेश मंत्री ब्लिंकन बोले- भारत उठा रहा सही कदम

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New U.S. Secretary of State Antony Blinken holds first press briefing at the State Department in Washington

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तेल अवीव। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश में कथित संलिप्तता के लिए पकड़े गए भारतीय नागरिक को लेकर अमेरिका का बयान सामने आया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मामले में भारत द्वारा उठाए गए कदम सराहनीय है।

दरअसल, पन्नू की हत्या की साजिश में भारतीय का नाम आने पर भारत सरकार ने इसकी जांच करने की बात कही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए एक जांच पैनल भी गठित किया।

क्या बोले ब्लिंकन?

एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मामले की जांच करने का भारत सरकार का निर्णय काफी अच्छा और उचित है और अमेरिका परिणाम देखने के लिए उत्सुक है। तेल अवीव में पत्रकारों से बात करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिकी सरकार ने पिछले हफ्तों में इस मामले को सीधे भारत सरकार के सामने उठाया है और भारत की अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।

यह है मामला

अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार को भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक की हत्या का साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जिस व्यक्ति के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग ने मुकदमा दर्ज किया है, उसका नाम निखिल गुप्ता उर्फ निक है।

हालांकि न्याय विभाग ने उस व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया है, जिसकी हत्या की साजिश रची  गई थी लेकिन अमेरिकी मीडिया ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नूं की हत्या की साजिश रची गई थी।

कौन है निखिल गुप्ता

अमेरिका के न्याय विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 52 वर्षीय निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक है, जिसे बीती 30 जून को चेक रिपब्लिक की सरकार ने पकड़ा था। अब चेक रिपब्लिक से निखिल गुप्ता को अमेरिका प्रत्यर्पण किया जाएगा।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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