Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

महाविनाशक US युद्धपोत की तैनाती होते ही बदले सर्वोच्‍च ईरानी नेता के सुर, हमास से किया किनारा

Published

on

USS Eisenhower aircraft carrier deployed in the Gulf of Oman

Loading

तेहरान। इजरायल और हमास के युद्ध में लगातार धमकी दे रहे ईरान पर नकेल कसने के लिए अमेरिका ने महाविनाशक युद्धपोतों का पूरा बेड़ा ओमान की खाड़ी में तैनात कर दिया है। बताया जा रहा है कि दर्जनों फाइटर जेट से लैस यूएसएस आइजनहावर एयरक्राफ्ट कैरियर और कई अन्‍य युद्धपोतों के बेड़े को अमेरिका ने ईरान की सीमा से मात्र 300 किमी की दूरी में तैनात किया है।

इससे पहले ईरान के सर्वोच्‍च नेता अयातुल्‍ला अली खामनेई ने हमास को लेकर इजरायल और अमेरिका को चेतावनी दी थी लेकिन अमेरिकी युद्धपोतों को देख अब उनके सुर भी बदल गए हैं।

अमेरिका ने यह तैनाती ऐसे समय पर की है जब ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्‍ला अली खमनेई ने हमास के आतंकी सरगना इस्‍माइल हानिया को 7 अक्‍टूबर के हमलों के लिए सख्‍त संदेश दिया है। अयातुल्‍ला ने हमास चीफ से कहा, ‘आपने हमें इजरायल पर 7 अक्‍टूबर के हमलों के लिए कोई चेतावनी नहीं दी और आपके नाम पर हमारा देश युद्ध में नहीं कूदने जा रहा है।’

ईरानी नेता ने कहा कि हालांकि ईरान हमास को अपना राजनीतिक और नैतिक समर्थन देता रहेगा लेकिन सीधे हस्‍तक्षेप नहीं करेगा। यही नहीं ईरानी नेता ने यह भी कहा कि हिज्‍बुल्‍ला को भी इस युद्ध में नहीं घसीटा जाए। इससे पहले एक अमेरिकी परमाणु सबमरीन भी खाड़ी देशों के करीब पहुंची थी।

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक परमाणु ऊर्जा से चलने वाला एयरक्राफ्ट कैरियर स्‍ट्राइक ग्रुप 4 नवंबर को स्‍वेज नहर के रास्‍ते फारस की खाड़ी के लिए रवाना हुआ था। इस दौरान यह भूमध्‍य सागर में इजरायल के पास तैनात यूएसएस गेराल्‍ड आर फोर्ड स्‍ट्राइक ग्रुप के ट्रेनिंग में भी शामिल हुआ था। अब यह एयरक्राफ्ट कैरियर इस सप्‍ताह अरब सागर में पहुंच गया है।

अमेरिकी नौसेना ने इस एयरक्राफ्ट कैरियर की तस्‍वीर जारी है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ बड़ी संख्‍या में फाइटर जेट, दो मिसाइल डेस्‍ट्रायर, एक मिसाइल क्रूजर और एक अत्‍याधुनिक सबमरीन भी ईरान की सीमा के पास तैनात है।

ईरान की चौतरफा घेरेबंदी

ये सभी अमेरिकी युद्धपोत हजारों की तादाद में क्रूज मिसाइलों से लैस हैं। इनकी मदद से अमेरिका ईरान के पूर्वी और मध्‍य इलाके में कहीं भी हमला करने की ताकत रखता है। इसके अलावा अमेरिका के पास कई और एयरक्राफ्ट कैरियर और बमवर्षक व‍िमान हैं जिन्‍हें उसने रणनीतिक रूप से अहम ईरान के पास तैनात किया है। बताया जा रहा है कि यूएसएस फोर्ड को अमेरिका ने साइप्रस के पास तैनात किया है। इसी तरह से यूएसएस बतान को लाल सागर और बी 1 बॉम्‍बर को तुर्की में तैनात किया गया है।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

लेबनान में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की हत्या

Published

on

Loading

हिजबुल्लाह के एक टॉप लीडर शेख मुहम्मद अली हमादी की हत्या कर दी गई है। हमादी की हत्या लेबनान के पश्चिमी बेका क्षेत्र में की गई है। दो वाहनों पर आए बंदूकधारियों ने शेख मोहम्मद हमादी पर उस समय गोलियां चलाईं, जब वह अपने घर के बाहर खड़ा था। इस हमले में हमादी को कई गोलियां लगी थीं।

स्थानीय प्रशासन कर रहा है जांच

घायल हालत में हमादी को तुरंत ही पास के शहर सोहमोर के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अज्ञात हमलावर गोलीबारी के बाद फरार हो गए, स्थानीय प्रशासन घटना की जांच कर रहा है। अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। कुछ रिपोर्ट्स में इस हत्या के पीछे इजरायल का हाथ बताया जा रहा है तो कोई इसे पारिवारिक झगड़े से जोड़कर देख रहा है।

एफबीआई को थी हमादी की तलाश

शेख हमादी की हत्या के बाद लेबनानी सेना इलाके की घेराबंदी कर दी है। हमलावरों की तलाश में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। हमादी की हत्या ऐसे समय हुई है जब इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम चल रहा है। एफबीआई को भी हमादी की तलाश थी। वह 1985 में वेस्ट जर्मन प्लेन को हाइजैक करने के मामले में वॉन्टेड था।

Continue Reading

Trending