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उत्तर प्रदेश

पांच करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने वाला देश का पहला राज्य बना उत्तर प्रदेश

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य हो गया है, जहां पांच करोड़ आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। साथ ही अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने के रिकॉर्ड को भी उत्तर प्रदेश ने बरकरार रखा है।

सीएम योगी की मंशा है कि उत्तर प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ एवं निरोगी रहे। इसके लिए वह अधिकारियों को हर जरूरतमंद व्यक्ति का प्राथमिकता के आधार पर आयुष्मान कार्ड बनाने का निर्देश देते रहते हैं। इसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में हर गरीब और वंचित व्यक्ति भी प्राइवेट अस्पताल में अपना उपचार करा पा रहा है।

उत्तर प्रदेश में अब तक 50017920 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। वहीं प्रदेश के 74382304 लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। प्रदेश में कुल 3716 अस्पताल इस योजना के अंतर्गत इंपैनल्ड हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में अब तक कुल 3481252 हेल्थ क्लेम किए गए हैं, जिसमें से 3275737 लोगों क्लेम निस्तारित हो चुके हैं। इस तरह से प्रदेश में 92.48 प्रतिशत क्लेम का निस्तारण किया जा चुका है।

अयोध्या में बनें आठ लाख 37 हजार से ज्यादा कार्ड

प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में अब तक अयोध्या जनपद में 8 लाख 37 हजार 700 लाभाथियों के आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। इस योजना का लाभ जनपद के 19 निजी अस्पताल व 16 सरकारी अस्पताल दे रहे हैं। अयोध्या में इस योजना के तहत पंचायत सहायक, कोटेदार एवं आशा कार्यकत्रियों द्वारा घर घर जाकर पीएमजेएवाई मोबाइल एप्प के माध्यम से कार्ड बनाये जा रहे हैं। इसके अलावा गांव के ग्राम पंचायत भवन पर भी पात्र लाभाथियों का आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं।

स्वास्थ्य से जुड़ी इन योजनाओं में उत्तर प्रदेश नंबर-1

स्वास्थ्य से जुड़ी पांच प्रमुख योजनाओं में उत्तर प्रदेश नंबर-1 पर है। 1- 5 करोड़ से ज्यादा आयुष्मान भारत हेल्थ कार्ड उत्तर प्रदेश में बन चुके हैं। 2- प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 31,86,006 महिलाओं की प्रदेश में प्रसव पूर्व जांच की जा चुकी है। 3- प्रदेश में 1267 जनौषधि केंद्र संचालित हैं। वहीं 21882 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर भी उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश की 54.44 लाख महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना लाभ प्राप्त हुआ है।

सीएम योगी ने प्रदेश वासियों को दी बधाई

प्रदेश वासियों को बधाई! सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अपने 5 करोड़ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड का ‘सुरक्षा कवच’ प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।

यह उपलब्धि ‘नए उत्तर प्रदेश’ में पात्र जन तक योजनाओं की शत-प्रतिशत पहुंच को सुनिश्चित करने के हमारे संकल्प की एक झांकी है।

‘नए उत्तर प्रदेश’ में धनाभाव के कारण कोई निर्धन इलाज से वंचित न रहे, यह डबल इंजन सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

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लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

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