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उत्तर प्रदेश

इंस्पायर अवॉर्ड्स के लिए सर्वाधिक नामांकन के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर

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लखनऊ| भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से 2024-25 में इंस्पायर अवॉर्ड्स के लिए अब तक सर्वाधिक नामांकन उत्तर प्रदेश से किये गए हैं। उत्तर प्रदेश की तरफ से 40 हजार से अधिक नामांकन किये गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में नामांकन के साथ ही उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान पर है। पहली जुलाई से प्रारंभ हुई नामांकन की प्रक्रिया 15 सितंबर तक चलेगी। देश के बच्चों को रचनात्मक बनाने के लिए इंस्पायर (इनोवेशन इन साइंस परस्यूट फॉर इंस्पायर्ड रिसर्च) अवॉर्ड्स-मानक (मिलियन माइंड्स ऑगमेंटिंग नेशनल एस्पिरेशंस एंड नॉलेज) दिए जाएंगे।

छात्रों को विज्ञान के प्रति जागरुक करना उद्देश्य

इंस्पायर अवार्ड्स का उद्देश्य छात्रों को विज्ञान के प्रति जागरूक करना है। इसके जरिए युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ये पुरस्कार 10 से 15 वर्ष तथा कक्षा 6 से 10 के छात्रों प्रदान किया जाएगा। एक स्कूल की तरफ से अधिकतम पांच नवाचार प्रस्तुत किए जाते हैं। उत्तर प्रदेश की ओर से इंस्पायर अवॉडर्स के लिए 40 हजार से अधिक नामांकन हुए हैं। यह आंकड़ा देश में सबसे अधिक है। सीएम योगी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार, शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षकों के सामूहिक प्रयासों की बदौलत यह उल्लेखनीय परिणाम आए हैं।

उत्तर प्रदेश पहले, राजस्थान दूसरे व कर्नाटक तीसरे स्थान पर

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सक्रिय प्रयास से छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित में अन्वेषण और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसी का परिणाम है कि इंस्पायर अवार्ड के लिए सर्वाधिक नामांकन उत्तर प्रदेश से किये गए हैं। 23 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक 40 हजार से अधिक नामांकन के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। राजस्थान दूसरे स्थान पर हैं। यहां से अब तक 25 हजार नामांकन हुए हैं। 20 हजार से अधिक नामांकन के साथ कर्नाटक तीसरे स्थान पर है। चौथे स्थान पर मध्य प्रदेश, पांचवें पर छत्तीसगढ़, छठवें पर झारखंड, सातवें पर जम्मू-कश्मीर, आठवें पर उत्तराखंड, नौवें स्थान पर ओडिसा व दसवें स्थान पर बिहार है।

हर विद्यालय से पांच विशिष्ट आइडिया का किया जाता है चयन

इंस्पायर अवॉर्ड के लिए हर विद्यालयों में आइडिया बॉक्स लगाए जाते हैं। इसमें विद्यार्थी अपने विचार, नवाचार व आइडिया को जमा कर सकते हैं। विद्यालय के विज्ञान व अन्य शिक्षक इन आइडिया का चयन करते हुए पांच उत्कृष्ट आइडिया का चयन कर पोर्टल के लिंक पर अपलोड कराते हैं। वहीं जनपद स्तर पर एक मोटिवेशनल अध्यापक (विज्ञान) को नामित किया जाता है।

15 सितंबर तक चलेगा नामांकन

इंस्पायर अवॉर्ड के लिए पहली जुलाई से नामांकन प्रारंभ हुआ है। यह 15 सितंबर तक चलेगा। सुबह 9.30 से शाम 6.30 बजे तक सोमवार से शुक्रवार तक नामांकन किया जा सकेगा। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर व ईमेल भी जारी किए गए हैं। तेजी से नामांकन बढ़ाने की दिशा में उत्तर प्रदेश का प्रयास जारी है।

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उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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