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उत्तराखंड

Uttarakhand Investor Summit: तीन लाख करोड़ रुपये का MoU हो चुका है साइन, PM मोदी करेंगे उद्घाटन

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Uttarakhand Investor Summit

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आठ व नौ दिसंबर को होने वाला वैश्विक निवेशक सम्मेलन डेस्टिनेशन उत्तराखंड की थीम पर आधारित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। हम तीन लाख करोड़ रुपये के निवेश के MoU कर चुके हैं। इन निवेश को जमीन पर उतारने के प्रयास शुरू हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर वीडियो संदेश जारी कर कहा कि निवेशक सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य इकोलॉजी और इकोनॉमी को समन्वय बनाते हुए राज्य में अधिक से अधिक रोजगार सृजन है। हमें सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए भविष्य में देवभूमि को अग्रणी राज्य बनाने के सपने को साकार करना है।

सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हीं के मार्गदर्शन में निवेशक सम्मेलन हो रहा है। यह देश को फाइव ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। राज्य सरकार की सिंगल विंडो सिस्टम पॉलिसी बेहतर और सरल है और निवेश को आकर्षित करने वाली है।

उन्होंने कहा कि बाबा केदार के धाम से निकली प्रधानमंत्री की शिवरूपी वाणी कि 21 सदी का यह तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा मूर्तरूप देने के लिए हमारी सरकार पूर्ण रूप से कटिबद्ध है। हम इसके लिए अनवरत रूप से प्रयास करते रहेंगे।

अंबानी, अदाणी समेत कई नामी उद्यमी भी कर सकते हैं निवेश का एलान

वैश्विक निवेशक सम्मेलन में निवेश प्रस्ताव पर करार तीन लाख करोड़ पार होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बड़े उद्योग घरानों के उद्योगपतियों के साथ निवेश पर करार किया जाएगा। उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी भी देवभूमि उत्तराखंड में निवेश का एलान कर सकते हैं। प्रदेश सरकार अब तक हुए रोड शो व अन्य कार्यक्रमों में 2.50 लाख करोड़ के निवेश लक्ष्य पर MoU हस्ताक्षर कर चुकी है।

आठ हजार से अधिक निवेशक और उनके प्रतिनिधि होंगे शामिल

आठ व नौ दिसंबर को देहरादून के FRI में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन में आठ हजार से अधिक निवेशक और उनके प्रतिनिधि शामिल होंगे। आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही है। उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अदाणी, संजीव पुरी, सज्जन जिंदल, बनमाली अग्रवाल, चरणजीत बनर्जी, बाबा रामदेव के अलावा स्पेन, स्लोवानिया, नेपाल, क्यूबा, ग्रीस, आस्ट्रिया, जापान, सऊदी अरब के राजदूत सम्मेलन में शामिल होंगे।

ये बड़े निवेश प्रस्ताव

जेएसडब्लू कंपनी पंप स्टोरेज प्लांट में 15 हजार करोड़, नैनी पेपर्स कंपनी पेपर पल्प प्रोजेक्ट में तीन हजार करोड़, एगर टेक्नोलॉजी कंपनी लीथियम ऑयन बैटरी रिसाइकिलिंग में दो हजार करोड़, आईटीसी कंपनी पेपर एंड पल्प में पांच हजार करोड़, हयाय ग्रुप फाइव स्टार होटल में दो हजार करोड़, खमास कंपनी टिहरी में आतिथ्य क्षेत्र में दो हजार करोड़ और लुलू समूह के साथ रिटेल, मॉल और आतिथ्य क्षेत्र में 1700 करोड़ के निवेश पर करार हो चुका है।

स्थान MoU हुए निवेश प्रस्ताव (राशि करोड़ में)

लंदन               12,500

दुबई                15, 475

दिल्ली               26,575

चेन्नई               10,150

बंगलुरु            4600

अहमदाबाद       24,000

मुंबई                30, 200

हरिद्वार             37,820

रुद्रपुर               27,476

एनर्जी कॉन्क्लेव  40,000

शिक्षा                680

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उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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