Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

गांधी जयंती पर योगी सरकार ने रचा इतिहास, दिए एक लाख से ज्यादा नल कनेक्शन

Published

on

गांधी जयंती

Loading

लखनऊ/नयी दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती पर योगी सरकार ने एक लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से स्वच्छ पेयजल का तोहफा दिया। अकेले यूपी ने इस गांधी जयंती के दिन 107774 गरीब परिवारों तक नल कनेक्शन देकर देश में इतिहास रचा।

20 दिन में दूसरा मौका है, जब यूपी ने फिर से यह उपलब्धि हासिल की। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान जैसे कई राज्य 2 अक्टूबर को 10 हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। जबकि गांधी जयंती के दिन देश में कुल 134968 नल कनेक्शन किए गए। उप्र को नंबर एक बनाने में बुलंदशहर, शाहजहांपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, गोरखपुर जैसे जिलों ने सर्वाधिक घरों तक नल कनेक्शन पहुंचाकर बड़ा योगदान दिया है।

बिहार, पंजाब में एक भी कनेक्शन नहीं हुए

गांधी जयंती पर तमिलनाडु ने 10064, आंध्रप्रदेश ने 3121, महाराष्ट्र ने 2954, पश्चिम बंगाल ने 2159, राजस्थान ने 2027,  छत्तीसगढ़ ने 1517, उड़ीसा ने 1439, कर्नाटक ने 1422, मध्य प्रदेश ने 696, झारखंड ने 627, उत्तराखंड ने 514  ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन देकर पानी की सप्लाई शुरू की। जबकि हिमाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, पंजाब, अरुणांचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम में गांधी जयंती के दिन एक भी नल कनेक्शन नहीं हुए।

यूपी में बुलंदशहर शीर्ष पर

बात उप्र की करें तो 20 दिन में दूसरी बार नंबर एक बनाए जाने वाले जिलों में सबसे ऊपर बुलंदशहर रहा। यहां गांधी जयंती पर 7506 ग्रामीण परिवारों को नल से जल की सुविधा दी गई। शाहजहांपुर में 6418,  मिर्जापुर में 6054, वाराणसी 5047, गोरखपुर 4012 में भी सबसे अधिक परिवारों को नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल पहुंचाया गया।

इसके बाद बरेली 3681, सीतापुर में 2857, देवरिया 2516,  मेरठ 2356,  हरदोई में 2158,  गोंडा में 2488, श्रावस्ती ने 2023 नल कनेक्शन देकर यूपी को देश भर में दूसरी बार एक लाख से अधिक नल कनेक्शन देने में नंबर एक पर पहुंचाया।

उप्र में अभी तक नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से 4843733 घरों तक नल कनेक्शन देकर शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा चुका है। उड़ीसा 4651759, केरल 3057249, राजस्थान 2928134, असम 2500622, अरुणांचल प्रदेश 153009, झांरखंड 1439077, उत्तराखंड 992206, त्रिपुरा 402413, मणिपुर 334864, मेघालय में 257794 घरों तक नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।

प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर दिया गया था 1 लाख से अधिक कनेक्शन

बता दें कि इससे पहले 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर भी नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने यूपी में 1 लाख 20 हजार 821 कनेक्शन देकर देश में रिकॉर्ड स्थापित किया था।

उप्र ने गांधी जयंती पर प्रदेश में 75 हजार नल कनेक्शन दिये जाने का लक्ष्य रखा था। नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभग ने युद्ध स्तर पर काम को पूरा करते हुए गांधी जयंती के दिन 107774 गरीब परिवारों को नल से जल देने का काम पूरा किया है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम

Published

on

Loading

लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।

महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।

3 चरणों में संचालन

एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।

प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।

550 शटल बसें चलाई जाएंगी

एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।

उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।

इन मार्गों प्रभाग संचालन

एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।

इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।

Continue Reading

Trending