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प्रादेशिक

कानपुर के बाद अब अजमेर में ट्रेन को डिरेल करने की साजिश, ट्रैक पर रखा एक क्विंटल वजनी सीमेंट ब्लॉक

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अजमेर। यूपी के कानपुर के बाद अब अजमेर में भी ट्रेन को डिरेल करने की साजिश नाकाम हो गई है। दरअसल अजमेर में भी रेलवे ट्रैक पर एक क्विंटल वजनी सीमेंट ब्लॉक रखा गया था, ताकि ट्रेन को पटरी से उतारा जा सके। गनीमत ये रही कि ट्रेन का इंजन सीमेंट ब्लॉक को तोड़ते हुए आगे निकल गया। रेल ड्राइवर के सूचना पर आरपीएफ ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रैक का निरीक्षण किया।

ट्रेन फुलेरा से अहमदाबाद की ओर जा रही थी, तभी ब्लॉक के इंजन से टकराने की आवाज से ट्रेन चालक ने ट्रेन रोकी, तब पूरी घटना का पता चला। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन (डीएफसीसी) के कर्मचारी रवि बुंदेला और विश्वजीत दास ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद पुलिस मामले में जांच में जुट गई है।

रेलवे कर्मचारियों ने एफआईआर में बताया गया है कि 9 सितंबर की रात 10:36 बजे सूचना मिली कि किसी ने रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का ब्लॉक रख दिया। रेलवे स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर पाया कि ब्लॉक टूट कर रेलवे लाइन से अलग गिरा हुआ है। घटना स्थल से आगे एक किमी दूरी पर एक और ब्लॉक साइड में रखा गया था। इन दोनों अलग-अलग जगहों पर रखे ब्लॉकों की जांच की जा रही है।

इसके बाद डीएफसीसी और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन के बीच पेट्रोलिंग भी की। इस दौरान स्थिति सामान्य पाई गई। इसके बाद आगे ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया।पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच के बाद ही कुछ कहना संभव हो पाएगा।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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