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जुमलाप्रधान था भाजपा का 2014 आमचुनाव? पीएम को चुभ सकती है एक बिहारी की ये स्वतंत्र आवाज़

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नई दिल्ली। साल 2014 भारतीय राजनीति के इतिहास में एक ऐसे प्रधानमंत्री का उदय हुआ, जिन्होने वर्षों से देश की सत्ता पर काबिज़ कांग्रेस पार्टी को हर तरफ से घेरा, चाहे वो परिवारवाद का मुद्दा हो या फिर महँगाई का। तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के लिए जनता से हर वो वादे किए जिससे देश की जनता ने उन पर भरोसा किया और उन्हें भारी बहुमत से देश में सरकार बनाने का मौका दिया। 2014 के चुनावों में नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने देश के लोगों को जो सपने दिखाए उनमें विकास, विदेशों से काला धन वापसी, हर खाते में 15 लाख रुपए, अच्छे दिन और भ्रष्टाचार को खत्म करना शामिल था।

सभी के खाते में 15 लाख रुपये आए क्या?

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 2015 की शुरुआत में एक टेलीविज़न इंटरव्यू के दौरान कहा कि विदेशों से सारा काला धन वापस आ जाने के बाद हर भारतीय के खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा सिर्फ एक चुनावी “जुमला” था। जिसके बाद देश मे इस बयान पर काफी हो हल्ला हुआ। विपक्ष की पार्टियों ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। गौरतलब है कि 2014 के आमचुनाव में प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था, अगर विदेशों से काला धन वापस आ जाता है तो उनकी सरकार हर खाते में 15 लाख रुपये जमा करेगी। लेकिन सत्ता में आने के एक साल बाद ही बीजेपी ने दिखा दिया कि अपने वादों को लेकर वो कभी गंभीर ही नहीं थे।

4 साल में कितना हुआ विकास?

मोदी विकास के वादे पर सत्ता में आए थे। लगभग हर चुनाव रैली में मोदी ने विकास के मुद्दे को उठाया और लोगों को भरोसा दिलाया कि अब तस्वीर बदलने वाली है। उन्होंने लोगों से अपील करी कि अगर वो विकास चाहते हैं तो भाजपा को वोट दें। अपनी विशिष्ट शैली में मोदी ने अपनी रैलियों में एकत्रित भीड़ से पूछा, “आप विकास चाहते हैं या नहीं?” मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के बाद भी लोग यही सोच रहे हैं कि आखिर जिस विकास का वादा उनसे किया गया था वो कहां गायब हो गया है?

अच्छे दिन तो गायब ही हो गए..

याद कीजिए 2014 का आम चुनाव। बड़ों के साथ-साथ बच्चों की जुबान पर ये गाना रहता था कि “मोदी जी आने वाले हैं, अच्छे दिन लाने वाले हैं”।
नरेंद्र मोदी के रूप में लोगों ने एक बेहतर कल की उम्मीद देखी थी। गुजरात के विकास मॉडल और उसे पूरे देश में फैलानें की बात बार-बार पीएम मोदी ने की। ऐसा करते हुए मोदी ने लोगों को आश्वस्त किया कि अगर बीजेपी की सरकार आई तो “अच्छे दिन” आएंगे। दुर्भाग्य से यहां भी लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

भ्रष्टाचार का खात्मा?

बीजेपी ने वादा किया था कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो सभी भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा। पार्टी ने वादा किया था कि विदेशी खातों में अवैध रूप से जमा धन (काला धन) को भारत वापस लाया जाएगा। इन वादों को जनता ने हाथों हाथ लिया। हालांकि अमित शाह ने अब ये स्वीकार कर लिया है कि काले धन की समस्या से निपटने के लिए पांच साल का समय पर्याप्त नहीं है।

क्या भाजपा 2019 लोकसभा के लिए नया जुमला तैयार कर रही है?

देश में 2019 के आम चुनावों के लिए मंच सज गया है। ऐसे में नए नारे और जुमले गढ़ने की प्रक्रिया भी शुरु हो गई है। बीजेपी “सबका साथ, सबका विकास” और “साफ नियत, सही विकास” जैसे नारों का खूब उपयोग कर रही है। रिपोर्ट बताते हैं कि अगले चुनाव के लिए नारों पर चर्चा करने के लिए मंथन सत्र चल रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी अपने नए नारों के ज़रिए पुराने नारों में किए गए वादों को पूरा नहीं करने का कैसे बचाव करते हैं

?

-आर्दश कुमार (ये लेखक के अपने विचार हैं)

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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