Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी से मिलने प्रयागराज से लखनऊ दौड़ लगाती हुई पहुंची नन्हीं काजल, सीएम ने किया सम्मानित

Published

on

Loading

प्रयागराज से दौड़कर लखनऊ पहुंची नन्ही धावक काजल निषाद को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सम्मानित किया। सीएम योगी ने उपहार में काजल को दौड़ने के लिए जूते दिए। काजल के प्रयागराज से लखनऊ तक के 200 किलोमीटर के इस सफर को मुख्यमंत्री ने सम्मानित कर और यादगार बना दिया। एथलीट बनने का सपना रखने वाली काजल को मुख्यमंत्री से दौड़ने के लिए जूते भी उपहार में मिले।

बता दें कि प्रयागराज जनपद के मांडा थाना क्षेत्र के ललितपर गांव निवासी नीरज कुमार निषाद की 10 साल की बेटी काजल निषाद कक्षा चार की छात्रा है। काजल ने प्रयागराज में एक स्थानीय खेल स्पर्धा में भाग लिया था और दौड़ को पूरा किया था। कार्यक्रम में उचित सम्मान न मिल पाने के कारण काजल काफी निराश हो गई थी। इसी बात को लेकर काजल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी, जिसके लिए काजल 10 अप्रैल को प्रयागराज से लखनऊ के लिए पैदल ही निकल पड़ी।

ten years old kajal running from prayagraj to lucknow to meet to cm yogi  adityanath and complain - सीएम योगी से शिकायत करने 210 किलोमीटर दौड़कर लखनऊ  आ रही 10 साल की

प्रयागराज से लखनऊ तक का करीब 200 किलोमीटर लंबा सफर काजल ने 15 अप्रैल को पूरा किया और सीधे मुख्यमंत्री से मिलने 5 कालीदास मार्ग पर पहुंची। काजल की इस लगन और समर्पण को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उसे सम्मानित किया। साथ ही, उसे आगे भी इसी तरह दौड़ में एक नया मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरित करते किया।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने काजल को जूते, ट्रैक सूट और खेल किट भी उपहार में दिया। इस उपहार के लिए काजल ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। इसके साथ ही बाबू बनारसी दास खेल अकादमी ने काजल की प्रतिभा का सम्मान करते हुए उसकी आगे की तैयारी के लिए उम्र भर खेल किट और जूते देने की जिम्मेदारी ली है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending