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प्रादेशिक

मनाली में रिजॉर्ट जलकर खाक, कीमत 30 करोड़ के आसपास

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मनाली। हिमाचल प्रदेश के फेमस टूरिस्ट प्लेस मनाली में एक रिजॉर्ट जलकर खाक हो गया है। ये रिजॉर्ट लकड़ी से बना हुआ था। इसकी कीमत 30 करोड़ के आसपास बताई जा रही है। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें रिजॉर्ट को धूं-धंकर जलता हुआ देखा जा सकता है।

क्या है पूरा मामला?

हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित संध्या रिजॉर्ट में अचानक भीषण आग लग गई। इस आग की वजह से रिजॉर्ट जलकर खाक हो गया। आग इतनी भीषण थी कि उसने आस-पास की प्रॉपर्टी को भी चपेट में लेने की कोशिश की। खबर लिखे जाने तक मौके पर फायर बिग्रेड की कोई गाड़ी नहीं पहुंची।

आग लगने के बाद मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान आस-पास की प्रॉपर्टी वाले लोग अपनी प्रॉपर्टी पर पानी का छिड़काव करते हुए दिखे। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि वह किसी एक आदमी द्वारा नहीं बुझाई जा सकती थी।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि आग ने पूरी तरह संध्या रिजॉर्ट को अपनी चपेट में ले लिया और धूं-धूंकर लगातार जलती रही। मौके पर लोगों के चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी जनहानि की बात सामने नहीं आई है।

अनुमान के मुताबिक, इस रिजॉर्ट की कीमत 30 करोड़ बताई जा रही है। बता दें कि मनाली में लकड़ी के तमाम होटल और रिजॉर्ट बने हुए हैं। इस घटना के सामने आने के बाद उनके मालिकों को भी चिंता सताने लगी है। अगर इस तरह की घटनाएं रिपीट होती हैं तो मनाली में कई प्रॉपर्टीज असुरक्षित होंगी। खतरे की बात तो ये भी है कि अगर इस तरह की किसी घटना में पर्यटक भी फंस गए तो धनहानि के साथ जनहानि भी हो सकती है। मनाली के होटल व्यापारियों के लिए ये एक चिंता की बात है।

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में, स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों पर गिरी गाज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर अनियमितताओं के चलते कड़ी कार्रवाई की है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबंधित अधिकारियों को जांच करने के निर्देश भी दिए थे.

शिकायतों के कारण हुई कार्रवाई

शिकायतों में यह आरोप लगाए गए थे कि डॉ. अजय प्रताप सिंह ने अवैध निजी अस्पतालों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं किया, टेंडरों में अनियमितताएं कीं, बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया और उच्च आदेशों की अवहेलना की. इन शिकायतों के आधार पर डॉ. सिंह को निलंबित कर दिया गया.

फतेहपुर और सुल्तानपुर में भी कार्रवाई

इसके साथ ही, फतेहपुर में तैनात चिकित्सक डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को भी निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी.

 

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