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Rahul Gandhi को बम से उड़ाने की धमकी, इंदौर में मिला धमकी भरा पत्र   

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इंदौर। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस समय भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले हैं। इस दौरान उनको इंदौर में बम से उड़ाने की धमकी मिली है जिसके बाद पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया है। ये धमकी भरा पत्र जूनी इंदौर थाना क्षेत्र की एक मिठाई की दुकान पर मिला है। फिलहाल पुलिस पास में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चिट्ठी छोड़ने वाले शख्स की तलाश कर रही है।

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अज्ञात व्‍यक्ति ने छोड़ा पत्र

मिली जानकारी के अनुसार, इंदौर के जूनी इलाके में स्थित एक मिठाई की दुकान पर किसी अज्ञात व्‍यक्ति ने एक पत्र छोड़ा था। जब दुकान के मालिक की नजर इस पर पड़ी तो उसने वो पत्र पुलिस को सौंप दिया। इस पत्र में राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के तहत इंदौर में स्थित खालसा कालेज में रुकने पर बम से उड़ाये जाने की धमकी दी गई है।

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डीसीपी ने की पत्र की पुष्टि

डीसीपी इंटेलीजेंस रजत सकलेचा ने भी धमकी भरा पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि ये पत्र उज्‍जैन से आया है। दरअसल इस पत्र में एक विधायक के नाम का भी जिक्र है।

24 अक्‍टूबर से मप्र में शुरू हुई थी भारत जोड़ो यात्रा

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 24 अक्‍टूबर से मध्य प्रदेश में शुरू हुई थी। पुलिस इस मामले में आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। बता दें कि हाल ही में पंजाब के कीर्तनकर ने खालसा कॉलेज में प्रकाश पर्व पर कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किए जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की आलोचना की थी। साथ ही ये भी कहा था कि वह फिर कभी इंदौर नहीं आएंगे। इसको लेकर काफी विवाद भी हुआ था।

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पीएम मोदी ने ‘पराक्रम दिवस’ पर सुभाष चंद्र बोस को अर्पित की श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोगों से ‘विकसित भारत’ के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया और देश को कमजोर करने और इसकी एकता को तोड़ने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ चेतावनी दी। सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के उपलक्ष्य में कटक में आयोजित ‘पराक्रम दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिष्ठित स्वतंत्रता सेनानी का जीवन लोगों के लिए निरंतर प्रेरणा का स्रोत है।

वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे- पीएम

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि नेताजी ने आराम के दायरे से बाहर निकलकर देश की आजादी के लिए संघर्ष करना पसंद किया। पीएम ने आगे कहा, ‘वे कभी भी आराम के दायरे में नहीं फंसे। इसी तरह, हम सभी को एक विकसित भारत बनाने के लिए अपने आराम के दायरे से बाहर निकलना होगा। हमें खुद को वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ बनाना होगा। हमें उत्कृष्टता को चुनना होगा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

‘देश के ‘स्वराज’ पर पूरी तरह केंद्रित थे नेताजी’

उन्होंने कहा कि बोस देश के ‘स्वराज’ (स्वशासन) पर पूरी तरह केंद्रित थे और कई पृष्ठभूमि के लोग इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए। उन्होंने कहा, ‘अब हमें विकसित भारत के लिए एकजुट रहना होगा।’ उन्होंने कहा कि लोगों को भारत की एकता के लिए बोस के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो देश को कमजोर करना चाहते हैं और इसकी एकता को तोड़ना चाहते हैं।’

‘विरासत को बढ़ावा देने पर सरकार कर रही काम’

प्रधानमंत्री ने बोस के नाम पर अंडमान में द्वीपों का नामकरण, इंडिया गेट पर उनकी प्रतिमा स्थापित करना और उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाना जैसे कई फैसलों का हवाला दिया, जो उनकी विरासत को बढ़ावा देने के लिए उनके काम पर जोर देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से लिए गए थे। उन्होंने कहा कि बोस को भारत की विरासत पर गर्व था। उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति लोगों की प्रगति, सशस्त्र बलों को मजबूत करने और समग्र विकास के साथ-साथ चलती है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में 25 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है, आधुनिक बुनियादी ढांचे का भी निर्माण किया जा रहा है और सशस्त्र बलों की ताकत अभूतपूर्व तरीके से बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर एक मजबूत आवाज के रूप में उभरा है।

पीएम मोदी ने नेताजी को किया नमन

इससे पहले पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में एक वीडियो साझा करते हुए लिखा- आज पराक्रम दिवस पर मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनका योगदान अद्वितीय है। वे साहस और धैर्य के प्रतीक थे। उनका विजन हमें प्रेरित करता रहता है, क्योंकि हम उनके सपनों का भारत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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