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उत्तर प्रदेश

बहराइच में दूसरे दिन भी भड़की हिंसा, दुकानों और बाइक शो रूम में लगाई आग, इंटरनेट बंद

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बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान युवक की हत्या के अगले दिन यानी आज फिर से हिंसा भड़क गई है। सोमवार की सुबह एक बार फिर बड़ी संख्या में लोग लाठी-डंडों के साथ सड़क पर निकल आए। यहां एक दुकान, कार के साथ ही बाइक शो रूम आग लगा दी। प्रदर्शकारियों ने शव की अंत्येष्टि से मना कर दिया है।

युवक की मौत के बाद लोग न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे हैं। सड़क पर शव रखकर लोगों ने जमकर हंगामा भी किया। देखते ही देखते तनाव बढ़ गया, जिसकी वजह से पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। वहां भगदड़ मच गई। लोग लाठियों से बचने के लिए इधर उधर भागने लगे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी भीड़ पर छोड़े हैं। इस दौरान प्रभावित इलाके की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। वहीं पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज के साथ ही आंसूगैस के गोले भी छोड़े हैं।

इस मामले में मुख्य आरोपी हरदी थाना के महाराजगंज निवासी अब्दुल हमीद के साथ ही सरफराज, फहीम, मारुफ, साहिर, ननकऊ सहित अन्य को बनाया गया है। इन सभी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है।

मृतक युवक के शव को तहसील महसी ले गए ग्रामीण

आक्रोशित ग्रामीण सोमवार को रामगोपाल के शव को तहसील महसी ले गए। ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि जैसे उसने रामगोपाल के साथ किया, वैसे आरोपियों के साथ होना चाहिए। लोगों का कहना है कि पुलिस ने ढिलाई बरती नहीं तो ये घटना ना होती। ग्रामीणों के अनुसार, पुलिस उल्टा शोभा यात्रियों पर ही लाठीचार्ज किया।

बहराइच में कैसे हिंसा भड़की?

बहराइच में प्रतिमा विसर्जन के दौरान महसी इलाके के महाराज गंज में दो समुदाय आमने सामने आए। इसके बाद तनाव की स्थिति बनी। कुछ अराजक तत्वों ने कथित तौर पर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकाल रहे लोगों पर पथराव किया। घटना बढ़ती चली गई और फिर गोलियां चलने लगीं। पुलिस के अनुसार, घटना 13 अक्टूबर को हुई, जब जुलूस मुस्लिम इलाके से गुजर रहा था, तभी दो समूहों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई। बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला बताती हैं कि महासी के महाराजगंज इलाके में, एक जुलूस मुस्लिम इलाके से होकर मस्जिद से गुजर रहा था। समूहों के बीच कुछ मुद्दों पर बहस हुई। हिंदू समुदाय के एक व्यक्ति पर गोली चलने से उसकी मौत हो गई और उसके बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

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लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

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