Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

काशी: देव दीपावली पर घाटों पर तैनात रहेगी एंटी रोमियो स्क्वॉड की टीमें, महिला पुलिसकर्मी भी रहेंगी मौजूद

Published

on

Loading

लखनऊ। नित्य महोत्सव वाले उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों में कई बड़े धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन होने हैं। अयोध्या के दीपोत्सव के बाद काशी की देव दीपावली में भी लाखों की संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देव दीपावली पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की सुरक्षा संबंधित तैयारियों की समीक्षा की है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस बार देव दीपावली पर 5 लाख से ज्यादा पर्यटकों के आने का अनुमान है। इसे देखते हुए काशी को अभेद्य किला बनाने की कवायद अभी से शुरू कर दी गई है। काशी के 84 घाटों को 9 जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है।

बनारस की गलियों में तैनात होंगी क्यूआरटी की 20 टीमें

मुख्यमंत्री को वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन और जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया है कि काशी में देव-दीपावली के दौरान सात घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है। इनमें अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, राजघाट, चेतसिंह घाट, नमो घाट और पंचगंगा घाट शामिल हैं। घाटों की सुरक्षा के लिए पहले से ही पूरा प्लान वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने तैयार कर रखा है। साथ ही घाटों से लगने वाली संकरी गलियों में भी बड़े स्तर पर फोर्स का डिप्लॉयमेंट किया जाएगा। इसके अलावा अत्यधिक भीड़ वाले घाटों पर क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) की 20 टीमें तैनात रहेंगी। साथ ही 11 विशेष टीमें लाउडहेलर के साथ घाटों पर पेट्रोलिंग के लगाई जाएंगी। इतना ही नहीं काशी के 17 प्रमुख घाटों पर एंटी रोमिया स्क्वॉड की टीमें भी होंगी साथ ही साथ हर घाट पर महिला पुलिसकर्मियों की टीम भी मौजूद रहेगी। इसके अलावा 16 गोताखोरों का दस्ता नदी में डूबने से बचाव के लिए उपलब्ध रहेगा।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए 11 पिंक बूथ

मुख्यमंत्री को बताया गया कि देव दीपावली पर पर्यटकों को घाटों के दिव्य-भव्य नजारे को दिखाने के लिए गंगा में लगभग 1200 नौकाएं संचालित होंगी। इसे लेकर नाविकों के साथ पहले ही बैठक पूरी कर ली गई है और उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश भी दे दिये गये हैं। इसके अलावा भीड़ प्रबंधन के लिए शहर के पांच स्थानों पर मजबूत बैरिकेडिंग की जाएगी। इनमें मैदागिन, अस्सी, गोदौलिया, भदऊ चुंगी और रामापुरा में बैरिकेडिंग की जाएगी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 11 पिंक बूथ होंगे। वहीं 7 स्थानों राजघाट, नमोघाट, रामनगर के हनुमान मंदिर, बंगाली टोला इंटर कॉलेज, डुमराव बाग, गोदौलिया चौराहा और रामापुरा चौराहा पर इंटीग्रेटेड इमरजेंसी हेल्पडेस्क भी स्थापित किये जाएंगे। इनमें चिकित्सा, पुलिस, ट्रैफिक, फायर ब्रिगेड, संचार कर्मी और खोया पाया के लिए सहायताकर्मी भी होंगे।

एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड और इंटेलिजेंस की टीमें भी रहेंगी तैनात

इसके अलावा देव दीपावली पर काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए भी अलग से सुरक्षा रणनीति बनाई गई है। देव दीपावली पर काशी की अभेद्य सुरक्षा के लिए एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड की टीमों की भी तैनाती होगी। सादे वेश में इंटेलिजेंस के जवान भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा दशाश्वमेध घाट और राजघाट पर एनडीआरएफ और नगर निगम की ज्वाइंट टीमें जल एंबुलेंस के साथ मौजूद रहेंगी। साथ ही साथ जल पुलिस की पांच टीमें भी लगातार गंगा नदी में पेट्रोलिंग करती रहेंगी। इनमें ड्रैगन लाइट, लाउड हेलर, बचाव उपकरण और वायरलेस सेट की उपलब्धता रहेगी।

नेशनल

गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

Continue Reading

Trending