Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

बदायूं डबल मर्डर: दोनों बच्चों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, दरिंदों ने बॉडी पर किए 23 वार

Published

on

Loading

बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में बेरहमी से मारे गए बच्चों आयुष और आहान की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। इस रिपोर्ट में हुए खुलासे को देखकर हर कोई हैरान हो रहा है।

आयुष और आहान की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिल दहला देने वाली जानकारी सामने आई है। दोनों बच्चों पर मल्टीपल शार्प वेपन से वार किए गए हैं। बड़े बच्चे आयुष की बॉडी पर 14 और आहान की बॉडी पर 9 वार किए गए हैं। यानी की दोनों की बॉडी पर कुल 23 वार किए गए थे। जानकारी मिली है कि गर्दन पर वार करने के बाद दोनों बच्चों की पीठ, छाती, और पैरों पर मल्टीपल शार्प वेपन से वार किए गए। पैरों पर इस तरह के वार मिले हैं जैसे जब कोई भाग रहा हो और उस समय उस पर वार किए गए हो।

बरेली रेंज के आईजी आरके सिंह ने बुधवार को पीटीआई-भाषा को बताया था कि हत्या के कुछ घंटे बाद आरोपी साजिद (22 वर्ष) को पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया। इलाके में नाई की दुकान खोलने वाले व्यक्ति साजिद ने घर में घुसकर तीन भाइयों – 12 साल के आयुष, 8 साल के अहान उर्फ ​​हनी और 10 साल के युवराज पर चाकू से हमला कर दिया था। हमले में आयुष और अहान की मौत हो गई, जबकि युवराज को अस्पताल ले जाया गया। एनकाउंटर में मारे गए आरोपी साजिद की प्रारंभिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसको तीन गोलियां लगी थीं।

अबतक हत्या की वजह सामने नहीं आई

मृतक बच्चों के पिता प्राइवेट ठेकेदार हैं, घटना के समय वे जिले से बाहर थे। घर पर पत्नी संगीता के अलावा उनकी मां मौजूद थीं। पुलिस ने अबतक यह स्पष्ट नहीं किया है कि साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की और जावेद कहां है। पुलिस ने एफआईआर में जावेद और साजिद दोनों पर हत्या (आईपीसी धारा 302 के तहत) का मामला दर्ज किया है। मामला अलग-अलग समुदाय के लोगों से जुड़ा मानते हुए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

हार्टफुलनेस ने आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए कराया सामूहिक ध्यान

Published

on

Loading

लखनऊ। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अभिनव पहल के रूप में घोषित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर श्री रामचंद्र मिशन के आईआईएम रोड स्थित हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में आंतरिक शांति और संतुलन प्राप्ति के लिए ध्यान एवं योग सत्र का आयोजन किया गया। योग व ध्यान का प्रकाश हर हृदय और हर घर पहुंचे, इसके लिए यहां कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिच संस्कृति एवं पर्यटन श्री मुकेश मेश्राम उपस्थिति रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को ध्यान से जोड़ने की जरुरत है, जिससे वे जीवन में उन्नति भी कर सकते हैं।

हार्टफुलनेस संस्था अपने ग्लोबल गाइड पद्मभूषण कमलेश जी पटेल दाजी के मार्गदर्शन में प्राचीन योग परम्परा एवं ध्यान द्वारा मानवीय मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु दृढ़ संकल्पित है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर प्राणाहुति आधारित ध्यान, प्राणायाम, आसन, मुद्रा एवं व्यक्ति के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े सत्र प्रशिक्षित स्वयंसेवकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। समारोह में नारकोटिक्स विभाग, उत्तर प्रदेश की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रग व मादक पदार्थों के दुष्परिणामों व ध्यान के माध्यम से इनसे दूर रहने के उपायों को यहां बताया गया।

संस्था की जोनल कोऑर्डिनेटर शालिनी महरोत्रा ने बताया कि हार्टफुलनेस संस्था ध्यान के प्रति जन जागरूकता के लिए समर्पित है। ध्यान हमारी भावनाओं को संतुलित कर आधुनिक जीवन की आपाधापी के बीच शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इसके महत्व को स्वीकार कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस घोषित किया है। उन्होंने बताया कि हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट में नियमित प्रात: व शाम को ध्यान सत्र का आयोजन किया जाता है। हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पिछले वर्ष 7 से 9 अप्रैल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में अलीगंज स्थित स्टेडियम में हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान का आयोजन किया था, जिसमें 10 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ ध्यान व योग किया था।

अंतर्राष्ट्रीय ध्यान दिवस पर आलमबाग के फीनिक्स मॉल स्थित हार्टफुलनेस लॉन्ज में भी विशेष ध्यान सत्र का आयोजन किया गया। यहां हर दिन नि:शुल्क हार्टफुलनेस ध्यान सिखाया जाता है, जिसका लाभ युवाओं को विशेष रूप से मिलता है।

Continue Reading

Trending