Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

त्योहारों पर बरतें चौकसी, सुरक्षा की हो पुख्ता व्यवस्थाः मुख्यमंत्री

Published

on

Loading

वाराणसी |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे के पहले ग्राउंड जीरो पर उतरकर विकास परियोजनाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आलाधिकारियों के साथ शिलान्यास तथा लोकार्पित होने वाले परियोजनाओं, विकास कार्यों और कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गतिमान परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर गुणवत्ता के साथ पूर्ण किए जाने का निर्देश दिया।उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि परियोजनाओं को पूर्ण कराए जाने में किसी भी स्तर पर देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान उन्होंने दुर्गा पूजा, विजया दशमी एवं अन्य आगामी पर्वों पर पूरी चौकसी बरते जाने के साथ ही चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया। सीएम योगी ने कहा कि पर्वों पर किसी भी प्रकार से आमजन को परेशानी न होने पाए। मूर्ति विसर्जन वाले स्थलों पर विशेष साफ-सफाई के रास्तों को ठीक कराने के साथ सभी उचित व्यवस्था सुनिश्चित समय से किया जाए । त्योहारों हेतु पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित हो। यातायात व्यवस्था को भी सुदृढ़ एवं सुगम बनाए जाने पर भी उनका विशेष जोर रहा। मुख्यमंत्री ने प्लास्टिक फ्री शहर बनाने में सभी प्रबंध करने को कहा। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री के प्रस्तावित आगमन, लोकार्पित तथा शिलान्यास होने वाली विभिन्न परियोजनाओं आदि को मुख्यमंत्री के सामने रखा ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को वाराणसी पहुंचे। सर्किट हाउस सभागार में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ विकास परियोजनाओं एवं कानून व्यवस्था की विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

त्योहारों के लिए करें विशेष तैयारी 

सीएम ने निर्देश दिया कि दुर्गा पूजा, विजयादशमी एवं अन्य आगामी त्योहारों  को देखते हुए  सभी मार्गों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित हो, मूर्ति विसर्जन वाले स्थलों तालाबों पर विशेष साफ-सफाई, रास्तों को ठीक करने के साथ सभी उचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। त्योहारों के दृष्टिगत सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध हों। नगर निगम, विकास प्राधिकरण तथा विद्युत विभाग को साफ-सफाई, विद्युत आपूर्ति आदि की उचित व्यवस्था करने को निर्देशित करते हुए प्लास्टिक फ्री शहर बनाने पर जोर दिया।

सीवरेज एवं पेयजल की ट्रेंड संस्था से सर्वे कराकर ठोस योजना तैयार करें 

शहर की सीवरेज एवं पेयजल की समस्याओं के निजात हेतु किसी ट्रेंड संस्था से सर्वे कराकर ठोस एवं बेहतर योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रमुख सचिव आवास, सिंचाई, नगर विकास तथा नमामि गंगे को वाराणसी बुलाकर उनके साथ बैठकर ठोस कार्ययोजना बनाने को निर्देशित किया। बाबा विश्वनाथ धाम कॉरिडोर की दुकानों के बेहतर संचालन के लिए पुनर्विचार करने हेतु निर्देशित किया, जिससे मंदिर में अधिक से अधिक दर्शनार्थियों की पहुंच आसानी से हो सके। एलएंडटी द्वारा कराये जा रहे सीवरेज एवं पेयजल के कार्यों को सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाए जिम्मेदारी पूर्वक अपनी देखरेख में कराते हुए प्रगति सुनिश्चित कराएं। उन्होंने वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं अन्य कार्यों हेतु सभी संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर ठोस कार्य योजना बनाकर कार्य शुरू किये जाने को कहा। रोप-वे के निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर कराते हुए निर्माण कार्य में प्रगति लाई जाए ।

ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने का सुझाव 

मुख्यमंत्री ने कहा की ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किये जाएं। इसके लिए ग्रामीण हाट बाजार, मत्स्य पालन, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि के उपाय किये जाए।

साइबर अपराध से निपटने के लिए चलाएं जागरूकता अभियान

सीएम योगी ने साइबर अपराधों से निपटने हेतु अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए। इसके लिए विभिन्न समूहों, व्यापारिक संगठनों, विद्यालयों ,कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाय। जिससे जनता साइबर अपराधों से सुरक्षित रह सके।

बैठक में महापौर अशोक तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पूनम मौर्य, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा, धर्मेंद्र राय, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, डॉ नीलकंठ तिवारी, डॉ अवधेश सिंह, डॉ. सुनील पटेल, टी राम, सुशील सिंह आदि जनप्रतिनिधि व स्थानीय प्रशासन के सभी अधिकारी मौजूद रहे।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending