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53 सालों तक कांग्रेस ने मप्र को बनाया बीमारू राज्य: भोपाल में बोले अमित शाह

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Amit Shah in MP

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भोपाल। आज मध्य प्रदेश के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजधानी भोपाल में भारतीय जनता पार्टी शासन के 20 साल का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है। इस रिपोर्ट कार्ड का नाम गरीब कल्याण महाअभियान है। रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए अमित शाह ने कहा कि हमने एक बीमारू राज्य को 20 सालों में विकसित राज्य में तब्दील करने का पूरा प्रयास किया। 53 सालों तक कांग्रेस की सत्ता होने के दौरान मप्र को बीमारू राज्य का टैग मिल गया था।

आत्मनिर्भर मप्र की रखी नींव

गरीब कल्याण महाअभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘भाजपा सरकार ने एक बीमारू राज्य को 20 में विकसित राज्य बनाने का पूरा प्रयास किया। आत्मनिर्भर राज्य की नींव इतने सालों में रखी गई।

शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश का गठन 1956 में हुआ, तब से 2003 तक कांग्रेस की सरकार राज्य में रही। इन 53 सालों में कांग्रेस के नेतृत्व में इसे एक बीमारू राज्य का टैग मिल गया था। शाह ने अमृतकाल महोत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि यह राज्य आने वाले समय में बेमिसाल साबित होगा। हर क्षेत्र में एमपी आगे बढ़ रहा है।’

प्रदेश में विकास के कीर्तिमान गढ़े

मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एक समय था जब यह राज्य बीमारू कहा जाता था। डबल इंजन की सरकार ने विकास के कीर्तिमान गढ़े हैं। शिवराज ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में 2014 से मध्य प्रदेश के विकास को गति मिली है।

बता दें कि पीएम मोदी ने आजादी के अमृत काल में 2047 तक देश को गौरवशाली वैभवशाली बनाने का संकल्प लिया है। इसे पूरा करने में मप्र महत्वपूर्ण योगदान करेगा।

सीएम शिवराज ने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में मप्र में चमत्कार हुआ है। दोगुनी गति से एमपी प्रगति कर रहा है। पीएम ने सहयोग में कोई कसर नहीं छोड़ी। महिला सशक्तिकरण में अभूतपूर्व काम हुआ । कांग्रेस ने मप्र को बीमारू राज्य का तमग़ा दिया था। यह शब्द राजीव गांधी ने दिया था।

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नेशनल

बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता, कौन है बैगा जनजाति?

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नई दिल्ली। जहां एक तरफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगामी 26 जनवरी को जोर-शोर से गणतंत्र दिवस का आयोजन किया जाएगा। वहीं इस दौरान कर्तव्य पथ पर सेना के जवान एक बार फिर परेड करेंगे। वहीं इस खास मौके पर छत्तीसगढ़ के कवर्धा में रहने वाले कुछ बैगा जनजाति के परिवारों को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मिले निमंत्रण पर बैगा परिवारों में से एक सदस्य ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हमें निमंत्रण मिला। वहीं कवर्धा जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि 6 बैगा परिवारों को भारत के राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता

उन्होंने कहा कि सरकारी की योजनाओं के माध्यम से, उन्हें एक घर और कुछ अन्य लाभ मिले हैं। वे 23 जनवरी तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। वे राष्ट्रपति के साथ रात्रिभोज करेंगे और पीएम मोदी से मिलेंगे। बैगा परिवार बहुत खुश हैं। बता दें कि बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य की एक विशेष पिछड़ी जनजाति है। साल 2015 में किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य में बैगा जनजाति के लोगों की कुल जनसंख्या 88,317 है। इसमें 44,402 पुरुष और 43,915 महिलाएं हैं। इसमें स्त्री पुरुष लिंगानुपात 989 है।

कौन है बैगा जनजाति?

सर्वेक्षण के मुताबिक बैगा जनजाति की साक्षरता दर 53.97 फीसदी है। इसमे पुरुष साक्षरता दर 60.7 8 फीसदी एवं महिला साक्षरता दर 47.10 फीसदी है। बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य के मध्य क्षेत्र में रहने वाली जनजाति है। मुख्य रूप से कबीरधाम जिले के बोडला एवं पण्डरिया विकासखंड, बिलासपुर जिले के कोटा एवं तखतपुर विकासखंड, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गौरेला विकासखंड, कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़, खंण्डगवा एवं भरतपुर विकासखंड, राजनांदगांव जिले के छुइखदान विकासखंड एवं लोरमा विकासखंड के ग्रामों में रहती है। इनकी सर्वाधिक जनसंख्या कबीरधाम एवं कोरिया जिले में है।

 

 

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