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ODI WC 2023

PAK-SA मैच में DRS पर बवाल, हरभजन ने पाकिस्तान का पक्ष लिया तो ग्रीम स्मिथ ने लगाई क्लास

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Harbhajan Singh clash with Graeme Smith on DRS

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चेन्नई। पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच कल शुक्रवार को एक हाई वोल्टेज मुकाबला चेन्नई के चेपॉक में खेला गया। आखिरी क्षणों तक बेहद रोमांचक इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने एक विकेट से जीत हासिल की। एक वक्त ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका की टीम आसानी से जीत जाएगी, लेकिन फिर पाकिस्तान ने जबरदस्त वापसी की और अफ्रीकी बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। आखिर में मैच रोमांचक हो गया था।

इस रोमांचक मुकाबले के बाद भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ सोशल मीडिया पर भिड़ गए। दोनों के बीच डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी डीआरएस (DRS) को लेकर विवाद हुआ।

दरअसल, पाकिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 270 रन पर सिमट गई थी। जवाब में एक वक्त 45 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 260 रन बना लिए थे। 46वें ओवर में हारिस रऊफ गेंदबाजी के लिए आए। शुरुआती दो गेंद पर कोई रन नहीं बना।

तीसरी गेंद पर रऊफ ने लुंगी एनगिडी का का कैच अपनी ही गेंद पर लपका। इसके बाद तबरेज शम्सी बैटिंग के लिए आए। पाकिस्तान को जीत के लिए सिर्फ एक विकेट की दरकार थी। ओवर की आखिरी गेंद सीधे जाकर शम्सी के पैड पर लगी। इस पर रऊफ ने अपील की, लेकिन फील्ड अंपायर ने नॉटआउट दिया।

तबरेज शम्सी का रिव्यू

इस पर रऊफ ने बाबर आज़म से रिव्यू लेने के लिए कहा। DRS में बॉल ट्रैकिंग में दिखा कि गेंद लेग स्टंप को बस छूकर निकल रही थी। ऐसे में अंपायर्स कॉल पर फैसला टिका रहा और शम्सी नॉटआउट रहे। इस पर रऊफ और रिजवान समेत पाकिस्तानी खिलाड़ी भरोसा नहीं कर सके। इसके बाद शम्सी और केशव महाराज की जोड़ी ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को जीत दिलाई।

मैच के बाद हरभजन सिंह ने गुस्से में पाकिस्तान का पक्ष लेते हुए एक्स पर पोस्ट किया- खराब अंपायरिंग और खराब नियम की वजह से पाकिस्तान हार गया। ICC को यह नियम बदलना चाहिए। अगर गेंद स्टंप को लग रही है तो अंपायर ने आउट दिया हो या नहीं दिया हो क्या फर्क पड़ता है। नहीं तो तकनीक का क्या इस्तेमाल है?

डुसेन का रिव्यू

इसी मुकाबले के दौरान दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज रसी वान डर डुसेन उसामा मीर की गेंद पर LBW आउट दिया गए थे। उनके खिलाफ अपील पर अंपायर ने आउट दिया था। इस पर डुसेन ने रिव्यू लिया था। इस दौरान भी डीआरएस में काफी झोल दिखा था।

दरअसल, अफ्रीकी पारी के दौरान 19वें ओवर में डुसेन को पांचवीं गेंद (उसामा मीर) पर पॉल राइफल ने LBW आउट दिया। गेंद देखने पर ऐसा लग रहा था कि लेग स्टंप को मिस कर जाएगी। डुसेन ने जब रिव्यू लिया तो जो पहला वीडियो सामने आया उसमें दिखा कि गेंद लेग स्टंप को मिस कर रही है।

फिर उस ट्रैकिंग को ऑफ एयर कर कुछ सेकंड बाद एक और ट्रैकिंग दिखाई गई। इस बार गेंद स्टंप से टकरा रही थी और अंपायर्स कॉल रहा। ऐसे में ग्रीम स्मिथ इसी अंपायर्स कॉल की बात कर रहे थे और बताया कि एक अंपायर्स कॉल से पाकिस्तान को फायदा भी हुआ था।

ग्रीम स्मिथ ने हरभजन का जवाब देते हुए लिखा- भज्जी, अंपायर्स कॉल पर मुझे भी ऐसा ही लगता है जैसा आप सोचते हैं, लेकिन डुसेन और दक्षिण अफ्रीका भी क्या ऐसा सोच सकते हैं? कुछ सेकंड के अंदर डुसेन के दो रिव्यू दिखाए गए। एक में वह नॉटआउट थे और एक में अंपायर्स कॉल

डुसेन के रिव्यू पर ICC ने स्वीकार की गलती

डुसेन को लेकर जो दो रिव्यू आए, दोनों अवसरों पर ट्रैकिंग से पता चला कि गेंद लाइन में पिच कर रही थी। शायद ही आपने ऐसा कभी देखा होगा कि डीआरएस रीप्ले पर दो अलग-अलग बॉल-ट्रैकिंग दिखाई गई हों। ऐसी स्थिति में दूसरे ट्रैकिंग को अंतिम माना जाता है। डुसेन अंपायर्स कॉल का शिकार बने।

दो-दो रिव्यू को लेकर अब ICC ने स्पष्टीकरण जारी किया है। ICC ने विवाद के बाद डुसेन के आउट पर दिखाए गए गलत रीप्ले में गलती स्वीकार की, लेकिन कहा कि फैसला सही किया गया था। दूसरा रीप्ले सही था और उसी के आधार पर फैसला हुआ। सही जानकारी के साथ दूसरे रीप्ले को दिखाया गया था।

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असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया

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Assam CM said

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हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।

हिंदू हूं, दिन देखता हूं

असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’

गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच

हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।

उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।

राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती

असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।

अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब

AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।

कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के

हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।

इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’

सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।

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