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प्रादेशिक

निपुण भारत मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए योगी सरकार सोमवार से निपुण आंकलन परीक्षा का कर रही आयोजन

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लखनऊ। ‘निपुण भारत मिशन” के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए योगी सरकार सोमवार से निपुण आंकलन परीक्षा (NAT) का आयोजन करने जा रही है। 11 से 16 सितम्बर 2023 तक चलने वाली इस परीक्षा के माध्यम से कक्षा 1-5 तक के बच्चों का भाषा एवं गणित विषयों का तथा कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों का गणित एवं विज्ञान विषयों का आंकलन किया जाएगा। खास बात ये है कि परीक्षा ‘सरल एप’ के माध्यम से ली जाएगी और पहली बार बच्चे ओएमआर शीट पर सवालों के जवाब देंगे। निपुण एसेसमेंट टेस्ट (NAT) का पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण आयोजन कराने के लिए सभी जनपदों के बीएसए व डायट प्राचार्यों को निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही शिक्षकों द्वारा सामुदायिक सहभागिता, होम विजिट के माध्यम से छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए भी कहा गया है।

उपलब्ध कराया जाएगा रिपोर्ट कार्ड

एक ओएमआर शीट द्वारा एक छात्र का डाटा शिक्षक द्वारा आंकलन पूर्ण होने के बाद सरल एप के जरिए स्कैन किया जाएगा। ओएमआर शीट को केवल ब्लैक बॉल पेन से ही भरा जाएगा। इसके लिए कक्षा 4 से 8 के बच्चों को कम्पोजिट ग्राण्ट से अधिकतम 5 रुपए प्रति पेन क्रय करते हुए बच्चों को उपलब्ध कराया जाएगा।परीक्षा के बाद प्रश्नपत्रों के मूल्यांकन के बाद सभी बच्चों को उनके रिपोर्ट कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।

फ्लाइंग स्क्वाड और कंट्रोल रूम करेंगे मॉनिटरिंग

नकलविहीन व पारदर्शी आकलन के लिए विकास खण्डवार फ्लाइंग स्क्वाड का गठन एवं क्रॉस इनविजिलेशन के लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों (बेसिक शिक्षा एवं अन्य विभाग) को मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया है। जिला परियोजना कार्यालयों में परीक्षा से सम्बंधित कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गई है।

परीक्षा को लेकर जारी किए गए निर्देश

– परीक्षा का समय अधिकतम 1 घंटा 30 मिनट का होगा। परीक्षा के बाद शिक्षकों द्वारा 01 घंटे के अंदर स्कैनिंग की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। बच्चों की संख्या के अनुसार यह समयावधि निर्धारित की जा सकती है।

– परीक्षा में कक्षा 1 से 3 तक एक ओएमआर शीट पर 08 बच्चों का आंकलन किया जा सकेगा। वहीं कक्षा 4 से 8 में प्रत्येक बच्चे के लिए एक-एक ओएमआर शीट प्रयोग में लाई जाएगी।

– कक्षा 1 से 3 के बच्चों की ओएमआर शीट पर शिक्षकों द्वारा स्टूडेंट आईडी नम्बर भरा जाएगा। शिक्षक सभी बच्चों से प्रश्नपत्र में उल्लिखित प्रश्नों को एक-एक पूछेंगे तथा उनके उत्तर के अनुसार ओएमआर शीट भरेंगे।

– वहीं कक्षा 4 से 8 के सभी बच्चों को प्रश्नपत्र व ओएमआर शीट वितरित करने के बाद प्रश्नपत्र एवं ओएमआर शीट भरने के तरीके के बारे में उदाहरण सहित समझाया जाएगा, ताकि उनसे शीट भरने में गलतियां न हों।

– यदि बच्चा प्रश्न पत्र में दिए गए निर्देश के अनुसार सही उत्तर देता है, तो सम्बंधित प्रश्न के सापेक्ष बने गोले को शिक्षक द्वारा काले पेन से भरा जाएगा अन्यथा उसे खाली छोड़ दिया जाएगा। ओएमआर शीट को केवल ब्लैक बॉल पेन द्वारा ही भरा जाएगा।

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

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कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

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