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नेशनल

नितेश राणे ने मुस्लिमों से पूछा, जब हिंदू समाज खुशी मनाता है तो आपके दर्द क्यों होता है

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अमरावती। महाराष्ट्र से भाजपा विधायक नितेश राणे का एक बयान फिर चर्चा में है। एक निजी कार्यक्रम में राणे ने फिल्म ‘पुष्पा’ के अंदाज में कहा, “हिन्दू को फ्लावर समझते हो क्या, फ्लावर नहीं हिन्दू समाज आग है।” नितेश राणे ने कहा कि हम भाईचारा चाहते हैं। लेकिन, जो भाईचारा नहीं चाहते उन्हें सबक सिखाना भी जानते हैं। उन्होंने कहा, जो नियम मुस्लिम समुदाय के त्योहारों के दौरान लागू होता है। वही, नियम गणपति महोत्सव, विसर्जन पर भी लागू होना चाहिए।

गणपति विसर्जन के दौरान हुई एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा, जब हिंदू समाज खुशी मनाता है, तो आपके दर्द क्यों होता है? उन्होंने कहा गणपति विसर्जन कार्यक्रम होता है तो पथराव होता है। क्या किसी मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रम के दौरान हिन्दू की ओर से पथराव होते देखा है? लेकिन, इन लोगों ने गणपति विसर्जन के दौरान पथराव किया। यह सहन नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में दुर्गा पूजा का त्योहार है। अगर इस दौरान पथराव हुआ तो मैं चेतावनी देता हूं कि मुस्लिम समुदाय के द्वारा जो जुलूस निकाला जाएगा। इसमें शामिल लोग घर नहीं जा पाएंगे। उन्होंने कहा, मैं मुसलमानों से नफरत नहीं करता हूं। लेकिन, अगर कोई हमें आंख दिखाएगा तो हम छोड़ेंगे नहीं। जो मुसलमान तिरंगे को सलाम करते हैं वह देशभक्त हैं लेकिन, जिन्हें तिरंगे से परेशानी है वह देशद्रोही हैं। भारत एक हिन्दू राष्ट्र है और पहले यहां हिन्दूओं का हित देखा जाएगा। अगर आप हिन्दू को गलत नजरों से देखोगे तो अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहो। बता दें कि 29 सितंबर को नागपुर एयरपोर्ट पर शिवसेना यूबीटी के कार्यकर्ताओं ने नितेश राणे के खिलाफ नारेबाजी की थी। नितेश राणे ने कहा, इनके कार्यकर्ता अपने बंटी और बबली को खुश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

 

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बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता, कौन है बैगा जनजाति?

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नई दिल्ली। जहां एक तरफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आगामी 26 जनवरी को जोर-शोर से गणतंत्र दिवस का आयोजन किया जाएगा। वहीं इस दौरान कर्तव्य पथ पर सेना के जवान एक बार फिर परेड करेंगे। वहीं इस खास मौके पर छत्तीसगढ़ के कवर्धा में रहने वाले कुछ बैगा जनजाति के परिवारों को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा मिले निमंत्रण पर बैगा परिवारों में से एक सदस्य ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हमें निमंत्रण मिला। वहीं कवर्धा जिले के कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि 6 बैगा परिवारों को भारत के राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।

बैगा जनजाति के सदस्यों को मिला दिल्ली आने का न्यौता

उन्होंने कहा कि सरकारी की योजनाओं के माध्यम से, उन्हें एक घर और कुछ अन्य लाभ मिले हैं। वे 23 जनवरी तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। वे राष्ट्रपति के साथ रात्रिभोज करेंगे और पीएम मोदी से मिलेंगे। बैगा परिवार बहुत खुश हैं। बता दें कि बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य की एक विशेष पिछड़ी जनजाति है। साल 2015 में किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य में बैगा जनजाति के लोगों की कुल जनसंख्या 88,317 है। इसमें 44,402 पुरुष और 43,915 महिलाएं हैं। इसमें स्त्री पुरुष लिंगानुपात 989 है।

कौन है बैगा जनजाति?

सर्वेक्षण के मुताबिक बैगा जनजाति की साक्षरता दर 53.97 फीसदी है। इसमे पुरुष साक्षरता दर 60.7 8 फीसदी एवं महिला साक्षरता दर 47.10 फीसदी है। बैगा जनजाति छत्तीसगढ़ राज्य के मध्य क्षेत्र में रहने वाली जनजाति है। मुख्य रूप से कबीरधाम जिले के बोडला एवं पण्डरिया विकासखंड, बिलासपुर जिले के कोटा एवं तखतपुर विकासखंड, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के गौरेला विकासखंड, कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़, खंण्डगवा एवं भरतपुर विकासखंड, राजनांदगांव जिले के छुइखदान विकासखंड एवं लोरमा विकासखंड के ग्रामों में रहती है। इनकी सर्वाधिक जनसंख्या कबीरधाम एवं कोरिया जिले में है।

 

 

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