Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

कांग्रेस पार्टी को झटका, आरपीएन सिहं ने दिया पार्टी से इस्तीफा

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तरप्रदेश के वरिष्ठ नेता आरपीएन सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस बीच आरपीएन सिंह ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ।

जानकारी के मुताबिक आरपीएन सिंह मंगलवार को ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं। पिछले कई दिनों से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं सूत्रों के अनुसार अब मंगलवार दोपहर में वह बीजेपी में शामिल हो जाएंगे।

ऐसे में जब उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने सम्भाली हुई है उसके बावजूद चुनाव से ठीक पहले आरपीएन ने कांग्रेस छोड़ने का फैसला लिया है। इसलिए उम्मीद लगाई जा रही है कि वे पडरौना से बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं, जहाँ से बीजेपी के मंत्री इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में गए स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ने वाले हैं।

आरपीएन सिंह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं। वह टीम राहुल का अहम चेहरा रहे हैं। टीम राहुल के सदस्य रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसास पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। माना जा रहा है कि आरपीएन सिंह के बीजेपी की तरफ जाने में भी अहम भूमिका सिंधिया की ही है।

आरपीएन सिंह कुशीनगर के पडरौना के रहने वाले हैं। पडरौना में आरपीएन सिंह को राजा साहब कहा जाता है। वह 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए। वह यूपीए-2 सरकार में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं आरपीएन सिंह के पिता कुंवर सीपीएन सिंह भी कुशीनगर से सांसद रह चुके हैं और वे 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा राज्य मंत्री थे।

उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

Continue Reading

Trending