Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस में पूर्व एसएसपी के खिलाफ मामला दर्ज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष तिवारी पर एक महिला बैंकर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है, जो शनिवार को अयोध्या में अपने किराए के कमरे की छत से लटकी मिली थी। मृतक 32 वर्षीय श्रद्धा गुप्ता पंजाब नेशनल बैंक में डिप्टी ब्रांच मैनेजर थीं।

शनिवार की देर शाम फैजाबाद कोतवाली थाने में मृतक बैंकर के पिता राजकुमार गुप्ता के शिकायत दर्ज कराने के बाद तिवारी के साथ एक पुलिस कांस्टेबल अनिल रावत और बलरामपुर निवासी विवेक गुप्ता पर भी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। पहले आरोपी विवेक गुप्ता की शादी बैंकर से होनी थी, लेकिन पिछले साल अप्रैल में श्रद्धा के उसके चरित्र पर सवाल उठाने के बाद सगाई तोड़ दी गई थी।

तीनों आरोपियों का नाम श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, जिसे पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने के कुछ घंटों बाद बरामद किया था। बैंकर ने सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से दावा किया था कि उसकी आत्महत्या के लिए दो पुलिसकर्मी और विवेक गुप्ता जिम्मेदार हैं। पुलिस के अनुसार, श्रद्धा 2015 में पीएनबी में क्लर्क के रूप में शामिल हुईं और 2018 में एक अधिकारी बनने के लिए रैंकों के माध्यम से आगे बढ़ीं। वह फैजाबाद में बैंक शाखा से सटे किराए के मकान में अकेली रहती थी।

शनिवार की सुबह जब दूधवाले ने श्रद्धा का दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला तो उसने मकान मालिक को सूचना दी। बार-बार दस्तक देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर मकान मालिक ने बगल की खिड़की से झांका तो पाया कि वह छत से लटकी हुई है। अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे ने पुष्टि की है कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। इस बीच, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

उन्होंने कहा, अयोध्या में पीएनबी की महिला कर्मचारी ने अपने सुसाइड नोट में जिस तरह से पुलिस कर्मियों पर सीधे आरोप लगाए हैं, वह उत्तर प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था की एक कड़वी सच्चाई है। यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है कि एक आईपीएस अधिकारी का नाम भी सामने आ रहा है। इसकी उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending