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ODI WC 2023

पाकिस्तान: शाहीन शाह अफरीदी को टी20 व शान मसूद को सौंपी गई टेस्ट की कप्तानी

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T20 captaincy given to Shaheen Shah Afridi

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लाहौर। वनडे विश्व कप 2023 में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट में बवाल जारी है। बाबर आजम के तीनों प्रारूप में कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद शाहीन शाह अफरीदी को टी20 की कप्तानी और शान मसूद को टेस्ट की कप्तानी सौंपी गई है। वहीं, वनडे टीम के कप्तान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

पाकिस्तान को अगला वनडे मैच 2024 में नवंबर के महीने में खेलना है। इसमें अभी एक साल का समय है। इसी वजह से वनडे का कप्तान नहीं चुना गया है। वनडे विश्व कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद माना जा रहा था कि बाबर आजम को कप्तानी छोड़नी पड़ सकती है।

तभी से कप्तान के रूप में शाहीन अफरीदी का नाम सामने आ रहा था। शाहीन इस विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने वाले एकमात्र पाकिस्तानी खिलाड़ी थे। उन्होंने इससे पहले पकिस्तान सुपर लीग (PSL) में लाहौर कलंदर्स टीम की कप्तानी की है और अपनी टीम को चैंपियन भी बनाया है।

ऐसे में उन्हें टी20 का कप्तान बनाना सही फैसला माना जा रहा है। मोहम्मद रिजवान भी कप्तानी की रेस में शामिल थे, लेकिन उन्हें यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है।

पाकिस्तान के नए टेस्ट कप्तान शान मसूद का नाम पहले से चर्चा में नहीं था, लेकिन उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। 34 साल के मसूद बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और पाकिस्तान के लिए 30 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। टेस्ट में उन्होंने 28 के औसत से 1597 रन बनाए हैं। अब तक टेस्ट टीम में उनकी जगह भी पक्की नहीं थी, लेकिन उन्हें अचानक से टीम की कमान सौंप दी गई है। अब देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर उनकी अगुआई में पाकिस्तान की टीम कैसा प्रदर्शन करती है।

शाहीन अफरीदी के कप्तान बनने के बाद टीम में कई अन्य बदलाव भी हो सकते हैं। पाकिस्तान के कोचिंग स्टाफ और चयन समिति में बदलाव तय है। कोचिंग स्टाफ को एनसीए भेज दिया गया है और जल्द ही नए कोच का एलान किया जाएगा। वहीं, नई चयन समिति का एलान भी जल्द ही किया जाएगा।

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असम सीएम ने कहा- इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर खेला गया, इसीलिए भारत फाइनल हार गया

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Assam CM said

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हैदराबाद। गुजरात के अहमदाबाद में खेले गए क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सोशल मीडिया पर एक शब्द ट्रेंड हुआ ‘पनौती’। इस शब्द को लेकर राहुल गांधी ने भाषण भी दिया। इस ‘पनौती’ शब्द का उनका इशारा पीएम मोदी की तरफ था। इसे लेकर अब असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ देते हुए कहा हिमंत ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी के जन्म वर्षगांठ पर खेला गया और इसीलिए भारत हार गया। तेलंगाना के भाग्यनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए असम सीएम ने कहा कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ हैं।

हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि वह BCCI से कहना चाहते हैं कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन के दिन अंतिम मैच का आयोजन न हो।

हिंदू हूं, दिन देखता हूं

असम सीएम ने कहा, ‘यह भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया था। हम हर मैच जीत रहे थे। फाइनल में हार गए। फिर मैं आया और देखा। वह दिन क्या था? हमने इसे क्यों खो दिया? हम हिंदू हैं और मैं दिन आदि के अनुसार जाता हूं। फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।’

गांधी परिवार के किसी भी शख्स के जन्मदिन पर न हो मैच

हिमंत ने कहा, ‘विश्व कप फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर आयोजित किया गया था और देश हार गया था। इसलिए, मैं बीसीसीआई को बताना चाहता हूं कि अगर आपके पास विश्व कप फाइनल मैच है, तो एक गणना करें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा, देश हार जाएगा।

उन्होंने सभा को इंटरनेट पर उस दिन के बारे में खोजने के लिए कहा जब अंतिम मैच खेला गया था जो इंदिरा गांधी की जयंती थी। उन्होंने कहा कि BCCI से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए। अन्यथा, परेशानी होगी।

राहुल गांधी ने बताया था पीएम को पनौती

असम सीएम ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगा दिया था। हालांकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी है।’ हालांकि बीजेपी ने राहुल गांधी की टिप्पणी को शर्मनाक और अपमानजनक बताते हुए माफी की मांग की।

अकबरुद्दीन औवैसी की धमकी पर दिया यह जवाब

AIMIM विधायक अकबरूद्दीन ओवैसी द्वारा एक पुलिस अधिकारी को कथित रूप से धमकी देने के विवाद का जिक्र करते हुए सरमा ने सभा से पूछा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो क्या किसी में पुलिस को गाली देने का साहस होगा। यहां चारमीनार में रैली को संबोधित करते हुए सरमा ने कहा कि अगर एक बार भाजपा की सरकार बनती है तो तेलंगाना में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी।

कांग्रेस और बीआरएस पर भड़के

हिमंत ने कहा, ‘मुझे आश्चर्य हुआ जब किसी ने मुझे हवाई अड्डे पर यह वीडियो दिखाया। उस वीडियो को देखकर मुझे लगा कि क्या देश में लोकतंत्र चल रहा है या देश में मुगल या रज़ाकार शासन अभी भी चल रहा है।’

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सत्तारूढ़ बीआरएस समाज के एक वर्ग को खुश करने का काम कर रहे हैं जैसे कि राज्य में अन्य वर्ग मौजूद नहीं हैं। तेलंगाना में सरकार बदलने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बननी चाहिए।

इजराइल और हमास पर क्या बोले असम सीएम

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का जिक्र करते हुए हिमंत बिस्व सरमा ने पूछा कि क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा हमास के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने दावा किया, ‘उनका डर है कि अगर वे हमास के खिलाफ बोलते हैं, तो देश के अंदर हमास उनसे नाखुश होगा।’

सरमा ने यह भी कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो हैदराबाद का नाम आधे घंटे में भाग्यनगर के रूप में बदला जा सकता है, हालांकि अब यह एक कठिन काम लगता है।

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