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प्रादेशिक

अस्पताल में लोगों को ऑक्सीजन एवं दवाओं की कमी ना होने पाए, इसके लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही: सुरेश कुमार खन्ना

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लखनऊ। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश कोविड-19 महामारी के खिलाफ पूरी तैयारी के साथ लड़ रहा है। इससे वर्तमान में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आयी है। 24 अप्रैल 2021 को प्रदेश में 38,055 से अधिक कोरोना संक्रमित लोगों की रिपोर्ट आई थी। लेकिन प्रदेश सरकार के कुशल प्रबंधन से वर्तमान में 31,165 कोरोना के केस आए हैं और 40,852 लोग स्वस्थ हुए हैं। इसी प्रकार 1 मई को 3,01,833 कोरोना के सक्रिय केस थे। वर्तमान में 2,62,474 सक्रिय केस है। उन्होंने बताया कि 1,05,08,125 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी, जिसमें से 25,22,860 लोगों को इसकी दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। इस प्रकार अभी तक कुल 1,30,90,985 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री खन्ना आज अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट बेहतर हुआ है। कोरोना संक्रमण की दर में तथा इसके पॉजिटिव रेट में भी कमी आई है। अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार किया गया है। लोगों को सही वक्त पर इलाज मिले चाहे वह होम आइसोलेशन में हो या फिर अस्पताल में लोगों को ऑक्सीजन एवं दवाओं की कमी ना होने पाए,इसके लिए प्रदेश सरकार पूरे प्रयास कर रही है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान में अभी तक 51284 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार चाहती है की कोरोना से बचाव के लिए लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाए, क्योंकि जिन लोगों का टीकाकरण हो चुका है, उनके कोरोना संक्रमित होने पर खतरा कम हो रहा है और वे जल्दी स्वस्थ हो जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग सरकार के निर्देशों का पालन करें। कोविड-19 के गाइडलाइन के अनुसार रहे, मास्क लगाएं, ज्यादा से ज्यादा घर पर रहे, भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें,साथ ही समय पर टीका अवश्य लगवायें।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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