Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

अस्पताल में लोगों को ऑक्सीजन एवं दवाओं की कमी ना होने पाए, इसके लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही: सुरेश कुमार खन्ना

Published

on

Loading

लखनऊ। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश कोविड-19 महामारी के खिलाफ पूरी तैयारी के साथ लड़ रहा है। इससे वर्तमान में कोरोना संक्रमण की दर में कमी आयी है। 24 अप्रैल 2021 को प्रदेश में 38,055 से अधिक कोरोना संक्रमित लोगों की रिपोर्ट आई थी। लेकिन प्रदेश सरकार के कुशल प्रबंधन से वर्तमान में 31,165 कोरोना के केस आए हैं और 40,852 लोग स्वस्थ हुए हैं। इसी प्रकार 1 मई को 3,01,833 कोरोना के सक्रिय केस थे। वर्तमान में 2,62,474 सक्रिय केस है। उन्होंने बताया कि 1,05,08,125 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी, जिसमें से 25,22,860 लोगों को इसकी दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। इस प्रकार अभी तक कुल 1,30,90,985 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री खन्ना आज अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट बेहतर हुआ है। कोरोना संक्रमण की दर में तथा इसके पॉजिटिव रेट में भी कमी आई है। अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार किया गया है। लोगों को सही वक्त पर इलाज मिले चाहे वह होम आइसोलेशन में हो या फिर अस्पताल में लोगों को ऑक्सीजन एवं दवाओं की कमी ना होने पाए,इसके लिए प्रदेश सरकार पूरे प्रयास कर रही है।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान में अभी तक 51284 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार चाहती है की कोरोना से बचाव के लिए लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाए, क्योंकि जिन लोगों का टीकाकरण हो चुका है, उनके कोरोना संक्रमित होने पर खतरा कम हो रहा है और वे जल्दी स्वस्थ हो जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग सरकार के निर्देशों का पालन करें। कोविड-19 के गाइडलाइन के अनुसार रहे, मास्क लगाएं, ज्यादा से ज्यादा घर पर रहे, भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से बचें,साथ ही समय पर टीका अवश्य लगवायें।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में टली सुनवाई

Published

on

Loading

नई दिल्ली। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद को लेकर दाखिल याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टल गई है। अगली सुनवाई एक अप्रैल से शुरू होगी। अगली सुनवाई तक कृष्णजन्मभूमि सर्वे मामले पर रोक जारी रहेगी। बता दें कि मुस्लिम पक्ष की कई याचिकाएं SC में दाखिल हुई हैं। इसमें विवादित जगह पर सर्वे की इजाज़त देने, निचली अदालत में लंबित सभी मुकदमों को हाई कोर्ट के अपने पास सुनवाई के लिए ट्रांसफर करने को चुनौती देने वाली याचिकाएं भी शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने और क्या कहा?

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश पर अपनी रोक बढ़ा दी, जिसमें मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी गई थी। यह परिसर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर के निकट स्थित है, जो हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व का स्थल है। मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि वह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण के खिलाफ ‘ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह प्रबंधन समिति’ की याचिका पर सुनवाई अप्रैल से शुरू होने वाले सप्ताह के लिए टालते हैं।

पीठ ने कहा कि इस बीच, शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण पर रोक लगाने वाला इलाहाबाद हाई कोर्ट का अंतरिम आदेश जारी रहेगा। शीर्ष अदालत ने पिछले साल 16 जनवरी को सबसे पहले हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी थी। हाई कोर्ट ने शाही ईदगाह मस्जिद परिसर के अदालत की निगरानी में सर्वेक्षण की अनुमति दी थी और इसकी देखरेख के लिए एक अदालत आयुक्त की नियुक्ति पर सहमति व्यक्त की थी।

हिंदू पक्ष का दावा है कि परिसर में ऐसे संकेत हैं जो बताते हैं कि इस स्थान पर कभी मंदिर हुआ करता था। हिंदू पक्षों की ओर से पेश वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा था कि मस्जिद समिति की अपील हाई कोर्ट के 14 दिसंबर, 2023 के आदेश के खिलाफ दायर की गई थी और मामले से जुड़े आदेश निष्फल हो गए हैं।

 

Continue Reading

Trending