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पिम्पल्स से छुटकारा पाने के लिए इन खानों को डाइट से करें एलिमिनेट

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चेहरे पर पिंपल्स हों तो खूबसूरती फीकी पड़ जाती है। पिम्पल्स आने की वजह की बात करें तो ये काफी सारी हो सकती है। आप अपने लुक्स को लेकर कॉन्शस हो जाते हैं। पिंपल्स को हटाने के लिए कई घरेलू तरीके और बाजार में प्रॉडक्ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन एक जो सबसे बड़ी है, वह है हमारे खान-पान की आदतें।

हमारे खाने-पीने की आदतों की बात की जाए तो इनका असर न सिर्फ हमारे स्वस्थ्य पर पड़ता है बल्कि यह हमारी त्वचा पर भी असर डालता है। कई तरह का खाना हमारी त्वचा पर असर करता है और पिम्पल्स का कारण बनता है। ऐसे में आप अगर चाहते कि आपके चेहरे पर पिम्पल्स न हों तो आप इस तरह के खाने से दूरी बनायें।

25 Simple Natural Beauty Tips For Pimples | Styles At Life

चीज़ और पीनट बटर:

Why does Swiss cheese have holes?

चीज खाने से भी आपको पिम्पल्स का सामना करना पड़ता है यह बात एक रीसर्च में सामने आई है। 2005 में अमेरिकन एकैडमी ऑफ डर्मेटॉलोजी ने इस संबंध में लगभग 45 हजार से ज्यादा महिलाओं के डेरी प्रोडक्ट्स या दूध से बने खाने को कंज्यूम करने को मॉनिटर करने के बाद ये दावा किया था। इसके अलावा कई रीसर्च में यह बात सामने आई है कि पीनट बटर का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके चेहरे पर पिम्पल्स हो सकते हैं।

मसालेदार खाना:

spicy food is not always bad it has some benefits as well | तीखा और मसालेदार  खाना खाने के सिर्फ नुकसान ही नहीं हैं, कुछ फायदे भी हैं, जानें | Hindi  News, सेहत

अगर आप चाहते हैं कि आप स्किन पर कील-मुंहासे न हों और ग्लोइंग रहे तो जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स खाने से बचें। तली-भुनी चीजों से दूरी बनाएं। ज्यादा स्पाइसी खाना खाने से स्किन पर असर पड़ता है, जिसकी वजह से पिम्पल्स होते हैं। धूल-मिट्टी से अपनी स्किन को बचाकर रखें।

फ्राइड फूड:

Why Does Fried Food Taste So Good?

ज्यादा तला हुआ खाना न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य पर असर डालता है बल्कि यह स्किन पर पिम्पल्स का कारण भी होता है। वहीं फ्रेच फ्राइज भी इसी तरह के खाने की श्रेणी में आता है। इसके अलावा चाट, पापड़ी और पूड़ी से भी दूर रहना बनाना उचित रहेगा।

हाई ग्लाइसिमिक फूड्स:

What are high glycemic index foods and how to avoid them

इसके अलावा वो फूड्स खाने से बचें जो हाई ग्लाइसिमिक पदार्थ हो, जैसे कि वाइट ब्रेड, वाइट राइस, आलू के चिप्स, केक आदि। यह सभी शरीर के अंदर जाकर जल्दी से ब्रेक हो जाती हैं। इसकी वजह से ऑइल ग्लैंड्स से अतिरिक्त मात्रा में ऑइल निकलता है, जो पिंपल्स को जन्म देता है।

विटामिन युक्त चीजें खाएं:

विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ - Vitamin D se yukt bharpur aahar in Hindi

अपने आहार में वह कड़ी पदार्थ शामिल करें जिसमें जिनमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में उपस्थित हो। जैसे कि गाजर, पालक, कद्दू, चुकंदर और बीन्स आदि। ये चीजें बॉडी में कैरेटोनॉएड्स प्रड्यूस करती हैं जो बाद में विटामिन ए में परिवर्तित हो जाती हैं।

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उत्तर प्रदेश

दूसरे दिन के सर्वे के लिए ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंची, कृष्ण कूप का किया निरीक्षण

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संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की टीम लगातार दूसरे दिन भी सर्वे करने पहुंची। ASI की टीम संभल के कल्कि विष्णु मंदिर पहुंच गई है। अब यहां पर ASI की टीम सर्वे का काम कर रही है। ASI की टीम के साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। आज सर्वे का काम कृष्ण कूप में किया जाना है, जो कल्कि मंदिर के मेन गेट के पास है। बताया जा रहा है कि ये कृष्ण कूप संभल के जामा मस्जिद के पास से महज 500 मीटर की दूरी पर है। कृष्ण कूप चारों तरफ दीवारों से घिरा हुआ है। इसके चारों तरफ 5 फीट ऊंची दीवार बनी हुई है। इसके साथ ही कूप के अंदर झाड़ियां और गंदगी फैली हुई है।

संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि आर्कियोलॉजी की टीम आई थी। यहां पर एक प्राचीन कृष्ण कूप है। जिसका काल निर्धारण होना है। वह कितना पुराना है। उसी का निरीक्षण किया है। टीम ने कल्की मंदिर के भी दर्शन किए हैं। यह टीम लगभग 15 मिनट यहां पर रुकी है।
कल्कि मंदिर के पुजारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि यहां पर एक टीम आई थी। उन्होंने एक कुआं देखा। वह कोने पर है। टीम परिसर में घूमी और मंदिर के अंदर की फोटो ली। मैंने उनसे कहा कि इस कार्य को मैं पुनर्जीवित करवाना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बहुत पुराना मंदिर है। एक हजार वर्ष का नक्शा, उसमें यह मंदिर दिखाया गया है। जो हरि मंदिर है उसके अन्दर यह मंदिर बना है।

ज्ञात हो कि जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए एएसआई निदेशक को पत्र भेजकर सर्वे कराने की मांग की थी। इसके बाद एएसआई की टीम ने संभल में प्राचीन धार्मिक स्थलों और कुओं का सर्वे शुरू किया। डीएम ने कहा था कि संभल का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। 19 कूप और पांच तीर्थों का एएसआई की टीम ने सर्वे किया है। यह सर्वे करीब 9 घंटे तक चला है।

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