Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

पिम्पल्स से छुटकारा पाने के लिए इन खानों को डाइट से करें एलिमिनेट

Published

on

Loading

चेहरे पर पिंपल्स हों तो खूबसूरती फीकी पड़ जाती है। पिम्पल्स आने की वजह की बात करें तो ये काफी सारी हो सकती है। आप अपने लुक्स को लेकर कॉन्शस हो जाते हैं। पिंपल्स को हटाने के लिए कई घरेलू तरीके और बाजार में प्रॉडक्ट्स उपलब्ध हैं, लेकिन एक जो सबसे बड़ी है, वह है हमारे खान-पान की आदतें।

हमारे खाने-पीने की आदतों की बात की जाए तो इनका असर न सिर्फ हमारे स्वस्थ्य पर पड़ता है बल्कि यह हमारी त्वचा पर भी असर डालता है। कई तरह का खाना हमारी त्वचा पर असर करता है और पिम्पल्स का कारण बनता है। ऐसे में आप अगर चाहते कि आपके चेहरे पर पिम्पल्स न हों तो आप इस तरह के खाने से दूरी बनायें।

25 Simple Natural Beauty Tips For Pimples | Styles At Life

चीज़ और पीनट बटर:

Why does Swiss cheese have holes?

चीज खाने से भी आपको पिम्पल्स का सामना करना पड़ता है यह बात एक रीसर्च में सामने आई है। 2005 में अमेरिकन एकैडमी ऑफ डर्मेटॉलोजी ने इस संबंध में लगभग 45 हजार से ज्यादा महिलाओं के डेरी प्रोडक्ट्स या दूध से बने खाने को कंज्यूम करने को मॉनिटर करने के बाद ये दावा किया था। इसके अलावा कई रीसर्च में यह बात सामने आई है कि पीनट बटर का अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके चेहरे पर पिम्पल्स हो सकते हैं।

मसालेदार खाना:

spicy food is not always bad it has some benefits as well | तीखा और मसालेदार  खाना खाने के सिर्फ नुकसान ही नहीं हैं, कुछ फायदे भी हैं, जानें | Hindi  News, सेहत

अगर आप चाहते हैं कि आप स्किन पर कील-मुंहासे न हों और ग्लोइंग रहे तो जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स खाने से बचें। तली-भुनी चीजों से दूरी बनाएं। ज्यादा स्पाइसी खाना खाने से स्किन पर असर पड़ता है, जिसकी वजह से पिम्पल्स होते हैं। धूल-मिट्टी से अपनी स्किन को बचाकर रखें।

फ्राइड फूड:

Why Does Fried Food Taste So Good?

ज्यादा तला हुआ खाना न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य पर असर डालता है बल्कि यह स्किन पर पिम्पल्स का कारण भी होता है। वहीं फ्रेच फ्राइज भी इसी तरह के खाने की श्रेणी में आता है। इसके अलावा चाट, पापड़ी और पूड़ी से भी दूर रहना बनाना उचित रहेगा।

हाई ग्लाइसिमिक फूड्स:

What are high glycemic index foods and how to avoid them

इसके अलावा वो फूड्स खाने से बचें जो हाई ग्लाइसिमिक पदार्थ हो, जैसे कि वाइट ब्रेड, वाइट राइस, आलू के चिप्स, केक आदि। यह सभी शरीर के अंदर जाकर जल्दी से ब्रेक हो जाती हैं। इसकी वजह से ऑइल ग्लैंड्स से अतिरिक्त मात्रा में ऑइल निकलता है, जो पिंपल्स को जन्म देता है।

विटामिन युक्त चीजें खाएं:

विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ - Vitamin D se yukt bharpur aahar in Hindi

अपने आहार में वह कड़ी पदार्थ शामिल करें जिसमें जिनमें विटामिन ए प्रचुर मात्रा में उपस्थित हो। जैसे कि गाजर, पालक, कद्दू, चुकंदर और बीन्स आदि। ये चीजें बॉडी में कैरेटोनॉएड्स प्रड्यूस करती हैं जो बाद में विटामिन ए में परिवर्तित हो जाती हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

Published

on

Loading

 

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

Continue Reading

Trending