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राजस्थान: 8 महीने पहले दानपात्र में डाले PM मोदी के लिफाफे से निकले इतने रुपए

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21 rupees recovered from PM Modi envelope in donation box of Malaseri Dungri Temple Bhilwara

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भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित गुर्जर समाज के आराध्य स्थल मालासेरी डूंगरी मंदिर के दानपात्र से निकले रुपये की गिनती शुरू हो गई। सोमवार दोपहर को मंदिर का दानपात्र खोल दिया गया था। इसमें पीएम मोदी द्वारा आठ महीने पहले डाले गए लिफाफे से 21 रुपये निकले हैं। ये दावा मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल ने किया है।

वहीं, सोमवार तक मंदिर दानपात्र से 19 लाख रुपए निकले हैं, अभी रुपयों की गिनती जारी है। बता दें कि यह दानपात्र साल में सिर्फ एक बार खुलता है। आठ महीने से पीएम मोदी के लिफाफे को लेकर लोग अलग-अलग कयास लगा रहे थे।

दरअसल, 28 जनवरी को पीएम मोदी मालासेरी डूंगरी मंदिर में दर्शन करने के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर के दानपात्र में एक लिफाफा डाला था, जिसकी तस्वीर भी सामने आई थी। मंदिर के पुजारी हेमराज पोसवाल ने कहा कि पीएम मोदी के लिफाफे को लेकर हम सभी उत्साहित थे।

आठ महीने से इसके खोले जाने का इंतजार किया जा रहा था। सोमवार को इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। सभी के सामने लिफाफा खोला गया, जिसमें से 20 रुपए का एक नोट और एक रुपए का सिक्का मिला है।

पुजारी हेमराज ने दावा किया कि दानपात्र से तीन लिफाफे निकले हैं। एक लिफाफे से 2100, दूसरे 101 रुपए निकले हैं। यह दोनों लिफाफे अलग रंग के थे। पीएम मोदी ने दानपात्र में जो सफेद लिफाफा डाला था उसमें से 21 रुपए निकले हैं।

धीरज गुर्जर ने कसा तंज

पीएम का लिफाफा खोले जाने का वीडियो एक्स कर राजस्थान बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर ने मोदी पर हमला बोला। उन्होंने लिखा- गुर्जर समाज एक सीधी, सच्ची, ईमानदार, सरल औ स्वाभिमानी कौम है। किसी कौम और समाज को इस तरह छलना अच्छी बात नहीं है। याद है ना प्रधानमंत्री मोदीजी, जब आपका देव दरबार के 1111वें प्राकट्य दिवस पर देव धाम भीलवाडा-आसींद मालासेरी डूंगरी दर्शन का कार्यक्रम था।

उस मौके पर तो आपने कुछ दिया नहीं, पर हजारों की संख्या में उपस्थित गुर्जर समाज के भाइयों से आपने और भाजपा ने वादा किया कि मैंने गुर्जर समाज को जो भी दिया है, वह मंदिर की दान-पेटी में डाल दिया है और आज दान-पेटी खुलने पर खोले गए लिफाफे से जो 21 रुपए निकले हैं, वो गुर्जर समाज और देश के सामने आ गए हैं।

क्या यही आपका विकास है? क्या यही आपका गुर्जर समाज को तोहफा है? देश के प्रधानमंत्री का किसी समाज को सपना दिखा कर छलना अच्छी बात नहीं है।

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सोशल मीडिया पर हवाबाजी करने के लिए युवकों ने रेलवे ट्रैक पर उतारी थार, सामने से आ गई मालगाड़ी

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राजस्थान। सोशल मीडिया पर अपना वीडियो या रील बनाने वालों ने इन दोनों कानून और नियम कायदों को धता बताना अपना शग़ल बना लिया है। रील के लिए कोई पहाड़ से कूद जाता है तो कोई पानी के तेज बहाव की परवाह तक नहीं करता। जयपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कुछ नौजवानों ने स्टंट की खातिर थार जीप को रेलवे ट्रेक पर उतार दिया। फिर जब थार पटरियों पर फँस गई तो उनके हाथ पांव फूल गए। पटरी पर इसी दौरान मालगाड़ी भी आ गई लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से दुर्घटना टल गई।

नशे में धुत्त तीन चार नौजवानों ने सोमवार को जयपुर के सिवांर इलाके में अपनी करतूत से लोगों को परेशानी में डाल दिया। इन युवकों ने पहले एक थार जीप किराए पर ली और उसे लेकर रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। इरादा था ट्रेक पर जीप दौड़ाने का। लेकिन अचानक थार फँस गई पटरियों के बीच। इसी दौरान कनकपुरा रेलवे स्टेशन की तरफ़ से एक मालगाड़ी को आता देख थार में सवार कुछ युवक तो उतरकर भाग गए लेकिन ड्राइवर बैठा रहा। इस बीच मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए जिससे जान माल का नुकसान होने से बच गया। इस दौरान वहाँ आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग भी पहुँच गए और सबने मिलकर ट्रैक से थार जीप को हटाया। लेकिन ये क्या जैसे ही थार ट्रैक से बाहर आई ड्राइवर उसे मौके से भगाकर ले गया । रास्ते में कई वाहनों और दुपहिया को टक्कर मारी लेकिन रुका नहीं। एक जगह बजरी के ढेर पर थार चढ़ गई लेकिन ड्राइवर ने रफ़्तार कम नहीं की और फ़रार हो गया।

 

इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली। पुलिस में जीप को जब्त कर उसके मालिक की तलाश शुरू की तो पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था।वो इस जीप को बेगस से किराए पर लेकर आया था। कुशल चौधरी अभी भी फ़रार है इस संबंध में आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश जारी है। ये सभी ग़ैर जमानती धारा है इनके तीन साल तक की क़ैद का प्रावधान है।

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