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जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश पर उठ रहे 5 अहम सवाल

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तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई। सीडीएस वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे, तभी यह हादसा हो गया। हेलिकॉप्टर लैंडिंग से कुछ मिनट पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सोशल मीडिया पर एक हेलीकॉप्टर का वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो हादसे से पहले का है। इसमें हेलीकॉप्टर अच्छी तरह से उड़ता हुआ दिख रहा है। फिर अचानक से यह धुंध के गुबार में खो जाता है। हालाँकि आज की खबर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। इन सब के बीच लोगों के मन में हादसे को लेकर कई तरह के सवाल और आशंकाएं हैं।

हेलीकाप्टर से कोई डिस्ट्रेस कॉल क्यों नहीं की गई?

पहला सवाल ये खड़ा होता है कि ‘हेलीकाप्टर से कोई डिस्ट्रेस कॉल क्यों नहीं की गई?’ जानकारी के मुताबिक हेलीकाप्टर सुबह 12 बज कर 12 मिनट पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। हेलीकाप्टर से कोई भी डिस्ट्रेस्सेड कॉल नहीं की गई, ऐसे में सवाल उठाये जा रहे हैं कि ऐसा क्यों हुआ कि क्रैश से पहले हेलीकाप्टर के चालक डिस्ट्रेस्सेड कॉल भी नहीं कर पाए। लैंडिंग से पहले पायलट का मैसेज था कि वह 4000 फीट की ऊंचाई पर है और लैंडिंग बेस से 5 मिनट दूर है।

हेलीकॉप्टर इतना सुरक्षित है तो आखिर यह हादसा कैसे हो गया?

Mi-17 V-5 हेलीकॉप्टर को बहुत सुरक्षित माना जाता है। इसलिए इसे पीएम समेत अन्य वीवीआईपी यूज करते हैं। इसमें डबल इंजन होता है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि यदि यह हेलीकॉप्टर इतना सुरक्षित है तो आखिर यह हादसा कैसे हो गया। क्या इस हादसे की वजह तकनीकी गड़बड़ी है या कुछ और। वहीं, जानकारों का मानना है कि कुन्नूर में हुए इस हादसे की वजह कोहरा और सही दृश्यता नहीं होना हो सकती है। जानकारों का कहना है कि इसमें तकनीकी गड़बड़ी का आशंका बहुत कम है।

हेलीकॉप्टर के ब्लैक बॉक्स में क्या है ?

अगला अहम सवाल ये खड़ा होता है कि क्या हेलीकाप्टर के ब्लैक बॉक्स में क्या है ? क्या ब्लैक बॉक्स में कोई राज़ छुपे हैं? आपको बता दें कि आज ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर कि तलाश पूरी हो चुकी है। दुर्घटनास्थल पर तलाशी का दायरा बढ़ा दिया गया था। ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और अन्य पहलुओं के बारे में डेटा बता सकता है। भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, लेकिन उड़ान डेटा रिकॉर्डर को चमकीले नारंगी रंग में रंगा जाता है और यह उड़ान डेटा और कॉकपिट वातार्लापों को रिकॉर्ड करता है।

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर स्वदेशी है या विदेशी?

चौथा सवाल ये है कि ​ये वीवीआईपी हेलीकॉप्टर स्वदेशी है या विदेशी? Mi-17 V-5 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर रूस में निर्मित है। इसे दुनिया का सबसे एडवांस हेलीकॉप्टर माना जाता है। इसकी अधिकतम स्पीड 250 किलोमीटर प्रतिघंटा है। यह एक बार में 36 सैनिकों को लेकर उड़ान भर सकता है। इसकी खासियत है कि यह 6000 मीटर तक की ऊंचाई पर भी उड़ान भर सकता है। यह एक बार फ्यूल के साथ 580 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है। 17 फरवरी 2012 को इसे एयरफोर्स में शामिल किया गया था।

धुंध के बीच कैसे खो गया हेलीकॉप्टर?

अगला सबसे महत्वपूर्ण सवाल ये खड़ा हो रहा है कि धुंध के बीच कैसे खो गया हेलीकॉप्टर? अगर धुंध थी, मौसम खराब था, तो उड़ान क्यों कराइ गई। सोशल मीडिया पर इस एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को किसी टूरिस्ट ने शूट किया है। वीडियो में हेलीकॉप्टर उड़ान आसमान में बिल्कुल सही तरीके से उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। चंद सेकंड बाद ही हेलीकॉप्टर धुंध के गुबार में गायब हो जाता है। हालांकि, एनबीटी ऑनलाइन इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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