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युद्धाभ्यास के दौरान झील में डूबे कैप्टन अंकित का शव 6 दिन बाद बरामद
जयपुर। युद्धाभ्यास के दौरान जोधपुर की कायलाना झील में डूबे कैप्टन अंकित गुप्ता का शव आखिरकार मिल गया। अंकित के शव को ढूंढने में सेना को छह दिन लग गए। उनके शव की तलाश के लिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के करीब 200 जवान जुटे हुए थे। छह दिन की कड़ी मशक्कत के बाद जवानों को झील में अंकित गुप्ता का शव खोजने में सफलता मिली है। उनका शव झील की गहराई में एक पत्थर में फंसा हुआ था। सेना के वाहन अंकित गुप्ता के शव को जोधपुर के सैन्य अस्पताल ले गए हैं।
गुप्ता ने छह दिन पहले एक अभ्यास के दौरान हेलीकॉप्टर से तखत सागर में छलांग लगई थी और इसके बाद वह लापता हो गए थे। सेना के विशेषज्ञ तभी से इस जलाशय में उनकी तलाश कर रहे थे, जो 51 फीट गहरा है।
उन्हें खोजने के लिए सेना ने देशभर से अपने विशेषज्ञों, गोताखोरों और कमांडो को बुलाया था। पिछले पांच दिन में टीम उन्हें नहीं खोज सकी थीं। जानकारी के मुताबिक, कैप्टन गुप्ता का शव पत्थरों के बीच अटक गया था। इस वजह से वह पानी के ऊपर नहीं आ सके। मंगलवार को रेस्क्यू टीम की तरफ से पानी में डाला गया एंकर उनकी ड्रेस में फंस गया, जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर बाहर निकाला जा सका।
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World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल
बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।
180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए
दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।
ये रिकॉर्ड टूटे
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक
एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स
एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया
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