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प्रादेशिक

कोरोना की संभावित थर्ड वेव को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतें अधिकारी: सीएम योगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभवन, लखनऊ में कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कोविड के नए वैरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने हेतु अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे राज्यों में ‘डेल्टा प्लस’ वैरिएंट की पुष्टि को देखते हुए निकटस्थ जिलों से सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए KGMU, लखनऊ में आवश्यक सुविधाएं यथाशीघ्र मुहैया कराई जाएं।

इस दौरान सीएम योगी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन सुचारु रूप से संचालित है। जून माह में 01 करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 23 जून तक 97 लाख लोगों को टीका-कवर दिया जा चुका है। 06 जिले में 02 अंकों में कोविड मरीज मिले हैं। प्रदेश की टेस्ट पॉजिटिविटी दर लगातार एक फीसदी से कम बनी हुई है। विगत दिवस पॉजिटिविटी दर 0.08 फीसदी रही है।

मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि बीते 24 घंटे में 2.71 लाख से अधिक कोविड-19 के सैम्पल टेस्ट किए गए हैं। इसी अवधि में 20 जिलों में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है, जबकि 49 जिलों में इकाई की संख्या में संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में अब तक 5.62 करोड़ से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं। अब तक उपचारित होकर स्वस्थ होने वालों को संख्या 16.79 लाख से अधिक हो गई है। सीएम योगी को अवगत कराया गया कि बीते 24 घंटों में 229 नए केस सामने आए हैं। वहीं, 308 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल 3,552 संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश में रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है।

सीएम योगी ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोविड के नए वैरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ संक्रमण के मरीज सामने आए हैं। इसे देखते हुए हमें विशेष सतर्कता बरतनी होगी। राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्शदाता समिति से संवाद करते हुए आवश्यक रणनीति तय की जाए। जिलावार स्थिति का आकलन करते हुए पीडियाट्रिक विशेषज्ञ, नर्सिंग स्टाफ को लेकर पर्याप्त मानव संसाधन की व्यवस्था कराएं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार सभी जरूरी उपयोगी दवाओं की खरीद कर ली जाए। कोविड की संभावित थर्ड वेव को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास यथाशीघ्र पूरे किए जाएं। PICU/NICU की स्थापना की प्रक्रिया तेज हो। बाइपैप मशीन, PICU, मोबाइल एक्स-रे मशीन सहित सभी जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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