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उत्तर प्रदेश

वकील विजय मिश्रा ने की थी उमेश पाल की मुखबिरी, दी थी यह सूचना    

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Advocate Vijay Mishra had informed about Umesh Pal

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प्रयागराज। अतीक अहमद, अशरफ और उनके परिजनों की कानूनी मदद करने वाले कोर्ट में इनके मामलों की पैरवी करने वाले वकील विजय मिश्रा पर 24 फरवरी को कचहरी से उमेश पाल के निकलने की सूचना नेट काल के जरिये अशरफ और असद को देने का आरोप लगा है।

चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस बयान में यह आरोप अतीक अहमद के बेहद करीबी वकील खान सौलत हनीफ ने लगाया है। भविष्य में अतीक अहमद व उनके परिजनों, करीबियों को कानूनी मदद के लिए, कोर्ट में लगे मामलों की पैरवी के लिए वकील भी मिलना मुश्किल हो जाये।

घर से हुई थी आईफोन और ऑटोमैटिक पिस्टल की बरामदगी

जब 3 अप्रैल बुधवार को अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ को 12 घण्टे की कस्टडी रिमांड पर धूमनगंज पुलिस सेंट्रल जेल से लेकर उनके प्रीतम नगर आवास पर पहुंची थी तो वकील खान सौलत हनीफ की निशानदेही पर उनके बेडरूम से 3 मोबाइल फोन और 9 mm की 1 पिस्टल बरामद किया था। उस वक्त वकील विजय मिश्रा कोर्ट के आदेशानुसार 10 मीटर दूरी पर मौजूद थे।

क्या है खान सौलत हनीफ का बयान

अभियुक्त खान सौलत हनीफ ने उमेश पाल के हत्या के संबंध में पूछताछ के दौरान बताया कि उमेश पाल हत्या से संबंधित अभियुक्त असद पुत्र अतीक अहमद द्वारा मुझे एक अदद एप्पल कंपनी का आईफोन व अदद 9 एमएम की पिस्टल व कारतूस दिए गए थे।

असद द्वारा दिए गए आईफोन से मैं फेसटाइम की माध्यम से असद, अतीक, अशरफ शाइस्ता परवीन व अन्य अतीक के सहयोगियों से बात करता था। इसी फोन में मेरे द्वारा घटना के दिन दिनांक 24 फरवरी को उमेश पाल के कचहरी से निकलने की सूचना अतीक व असद को दी गई थी। साथ ही विजय मिश्र ने भी मेरे सामने अशरफ, असद को उमेश पाल के कचहरी से निकलने के बारे में अपने मोबाइल से नेट कॉल से सूचना दी थी।

उमेश पाल किडनैपिंग में हुई है आजीवन कारावास

पेशे से वकील खान सौलत हनीफ माफिया अतीक अहमद के बेहद करीबी वकीलों में से थे। उमेश पाल किडनैपिंग केस में अतीक अहमद ,दिनेश पासी व वकील खान सौलत हनीफ को 28 मार्च 2023 को सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। तभी से वह सेंट्रल जेल नैनी में बन्द हैं।

14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा

पुलिस ने सीजेएम कोर्ट से उमेश पाल हत्याकांड मामले में खान सौलत हनीफ से पूछताछ के लिए 14 दिनों की पुलिस रिमांड की मांग किया थी। जिस पर सीजेएम कोर्ट ने हनीफ को 14 दिन की रिमांड का आदेश दिया था। 10 मई को न्यायिक अभिरक्षा पूरी होगी।

असद के मोबाइल पर भेजी थी उमेशपाल की फ़ोटो

उमेश पाल हत्याकांड में विवेचक को असद के मोबाइल पर वकील खान सौलत हनीफ द्वारा उमेश पाल की फ़ोटो भेजने का सबूत मिला था। वही फ़ोटो असद ने अन्य शूटरों को भेजी थी। अब कस्टडी रिमांड के दौरान खान सौलत हनीफ की निशानदेही पर प्रीतम नगर स्थित उनके आवास से एक आईफोन दो अन्य मोबाइल व एक 9mm ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की गई है। आगे की जांच जारी है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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