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पंजाब

बंगाल के बाद अब पंजाब में भी कांग्रेस को झटका, AAP ने किया अकेले चुनाव लड़ने का फैसला

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चंडीगढ़। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमुल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी के बंगाल में अकेले चुनाव के एलान के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने का संकेत दे दिया है।

सीएम भगवंत मान ने कांग्रेस से गठबंधन की अटकलों को दरकिनार कर पंजाब में सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है। कांग्रेस और आप के बीच राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन हो चुका है। इसके अलावा गुजरात और दिल्ली में भी सीटों पर सहमति बन गई है। पंजाब में आप की बड़े बहुमत वाली सरकार है। यहां लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने पर सहमति नहीं बन रही है।

ऐसे में पंजाब आप ने भी प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का बयान दिया था। ये बयान उस समय सामने आया था जब दिल्ली में कांग्रेस और आप आलाकमान के बीच पंजाब को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी।

पंजाब कांग्रेस भी ज्यादा चाहवान नहीं

वहीं पंजाब कांग्रेस भी आप के साथ गठबंधन को लेकर सहज नहीं है। पार्टी ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में वार रूम और राज्यस्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है, जो राज्यभर में बूथ लेवल तक के नेताओं से सीधे तालमेल बनाकर हलकावार चुनाव रणनीति तैयार करेगी।

इससे पहले प्रदेश कांग्रेस ने 13 हलकों में लोकसभा को-ऑर्डिनेटरों की तैनाती कर दी थी, जिन्हें लोकसभा हलका स्तर पर स्थानीय नेताओं और वर्करों के साथ समन्वय कायम करने का जिम्मा सौंपा गया है।

ममता का एलान

गौरतलब है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी दलो के I.N.D.I. गठबंधन से बाहर होने के संकेत देते हुए लोकसभा चुनाव-2024 में राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।

ममता बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कांग्रेस के साथ संवादहीनता जैसे हालात पैदा होने की बात कही और साफ किया कि पश्चिम बंगाल में वे भाजपा को अकेले हराने में सक्षम हैं।

पंजाब

किसानों ने शुरू किया रेल रोको आंदोलन, 30 दिसंबर तक पंजाब बंद का आह्वान

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चंडीगढ़। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बुधवार को कहा कि किसानों ने 30 दिसंबर को ‘पंजाब बंद’ का आह्वान किया है। इसके साथ ही पंधेर ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें नहीं मानने के लिए केंद्र की आलोचना की। पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ का आह्वान करने का फैसला संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने किया है। किसान नेता ने कहा, ‘‘इस महीने की 30 तारीख को पूर्ण ‘बंद’ रहेगा।’’

अमृतसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पंधेर ने कहा कि ‘बंद’ के दौरान आपातकालीन सेवाएं चालू रहेंगी। उन्होंने व्यापारियों, कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों समेत अन्य लोगों से ‘बंद’ को सफल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, जिस तरह रेल रोको विरोध सफल रहा। उसी तरह पंजाब बंद को भी सफल बनाया जाना चाहिए।

अपनी मांगों पर अड़े किसान

पजाब में बुधवार को रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, क्योंकि किसानों ने फसलों के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित अपनी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए तीन घंटे के ‘रेल रोको’ विरोध प्रदर्शन के तहत 50 से अधिक स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया। फिरोजपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों के अनुसार, 52 स्थानों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण 12 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं। उन्होंने बताया कि 34 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं।

किसानों की क्या हैं मांगें?

किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, फसलों का मूल्य तय करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, कृषि को विश्व व्यापार संगठन से बाहर करने और कुछ अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए पेंशन की भी मांग है। साथ ही बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की भी मांग की जा रही है।

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