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नेशनल

दिल्ली में बारिश के बाद कोचिंग के बेसमेंट में भरा पानी, UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की डूबकर मौत

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नई दिल्ली। दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में जलभराव के कारण जान गंवाने वाले तीनों छात्रों की पहचान हो गई है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि मृतकों के नाम श्रेया यादव, तान्या सोनी और नेविन डालविन हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, श्रेया यादव यूपी के अंबेडकरनगर की रहने वाली थी। जबकि तान्या सोनी तेलंगाना और नेविन डालविन केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले थे।

सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “शनिवार शाम को इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भरे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद राजेंद्र नगर में स्थित इंस्टीट्यूट के बेसमेंट से तीन छात्रों के शवों को बरामद किया गया। उनकी पहचान कर ली गई है और मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है।”

डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया, “जिन तीन छात्रों के शवों को बरामद किया गया है। उनमें अंबेडकरनगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी, केरल के एर्नाकुलम निवासी नेविन डालविन शामिल है। दिल्ली पुलिस ने घटना को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है। राजेंद्र नगर थाने में धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290 और 35 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। कोचिंग सेंटर, बिल्डिंग मैनेजमेंट और बिल्डिंग में काम करने वाले सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।”

उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनमें बिल्डिंग के मालिक और को-ऑर्डिनेटर हैं। इस मामले में आगे की जांच चल रही है।” इस बीच राजेंद्र नगर के छात्रों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। उन्होंने कोचिंग इंस्टीट्यूट और एमसीडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इसमें लिखा है- “पिछले दो दिनों में ओल्ड राजेंद्र नगर और पटेल नगर में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है।

कोचिंग संस्थान और एमसीडी अधिकारियों की आपराधिक लापरवाही के कारण कुछ छात्रों की मृत्यु हुई है। छात्रों की मांग है कि घटना से संबंधित सभी दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।”इसके अलावा उन्होंने पत्र के जरिए कोचिंग इंस्टीट्यूट में सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा उपायों की जांच कराए जाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न इमारतों में अवैध तरीके से चल रहे इंस्टीट्यूट को बंद कराया जाए

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दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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