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उत्तर प्रदेश

अफजाल अंसारी की चेतावनी- हमारी सरकार आते ही एक-एक बात का हिसाब होगा

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लखनऊ। बांदा जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी और उनके कुनबे के काले साम्राज्य पर हो रही ईडी व अन्य एजेंसियों की कारवाई से खफा मुख्तार के बड़े भाई सांसद अफजाल अंसारी ने चेतावनी दी है।

ईडी की छापामारी के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर भड़ास निकालते हुए गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि जब तक सरकार है, तब तक जो मर्जी कर लो। हमारी अपनी सरकार आते ही एक-एक बात का हिसाब होगा। मैं तो तब अपनी एक-एक चीज वापस लूंगा।

अफजाल अंसारी ने कहा कि सत्ता के नशे में आप विरोधी नेताओं को सता रहे हो। भाजपा के नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई होगी, हमारी सरकार आने दीजिए, अब समय 24 में आएगा। अभी तो सरकार की इन सारी कार्रवाई के खिलाफ मैं संविधान के अनुसार लड़ाई लडूंगा। एक-एक का हिसाब होगा। हम अगर सच होंगे तो एक-एक चीज लौटा लेंगे।

अफजाल अंसारी ने कहा कि गाजीपुर के साथ अन्य जगह पर मेरे ठिकानों पर ईडी की 14 घंटे की कार्रवाई में उनको कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भाई मैं तो जमींदार खानदान से हूं। बाप-दादा ने बनाया था। पांच बार विधायक रहा, दो बार सांसद रहा चुका हूं। तनख्वाह भी मिलती है पेंशन भी मिलती है। इसके साथ ही बाजार में हमारी सैकड़ों दुकानें हैं। उसका किराया भी मिलता है। तुम क्या सड़क का कंगाल समझते हो।

अफजाल ने कहा कि हम न गलत हैं, न गलत था। जब गलत हैं नहीं तो हमारे यहां से कुछ गलत मिल भी नहीं सकता। परेशानी जरूर हुई, सारा दिन मोबाइल ले लिए। जनपद में खलबली मच गई। ईडी ने हम पर बड़ा छापा मारा लेकिन दिन भर की मेहनत के बाद भी कुछ नहीं मिला। सीबीआई, ईडी और आईटी एक संयुक्त टीम बना सकते हैं और आ सकते हैं लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। मेरे पास सब कुछ कागज पर है, मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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