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आदिल चिश्ती ने उड़ाया हिंदू देवी-देवताओं का मजाक, अब मांग रहा माफी

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अजमेर (राजस्थान)। अजमेर शरीफ दरगाह के अंजुमन कमिटी के सचिव सरवर चिश्ती के बेटे आदिल चिश्ती ने नूपुर शर्मा के जवाब में हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाया है। भगवान विष्णु, हनुमान और गणेश जी के अस्तित्व पर सवाल उठाने के साथ ही आदिल ने हिंदू धर्म का उपहास उड़ाते हुए कहा कि 333 करोड़ देवी-देवता हैं, इन्हें कोई 1000 साल की जिदंगी में भी खुश नहीं कर सकता है।

वीडियो वायरल होने के बाद चौतरफा घिरे आदिल ने सफाई देते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर की किताब का हवाला देते हुए कहा है कि उसने ये बातें अपने मन से नहीं कही हैं। आदिल ने यह भी कहा है कि उसका यह वीडियो 23 जून का है, जिसे उसने नूपुर शर्मा को जवाब देने के लिए बनाया था।

आदिल ने मीडिया पर वीडियो को काट-छांटकर दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा है है कि उन्होंने शशि थरूर की किताब ‘द हिंदू वे’ में लिखी गई बातों को दोहराया है। एक मीडिया इंटरव्यू में जब आदिल से पूछा गया कि आपने 333 करोड़ देवी-देवता की बात कैसे कही?

उसने कहा मैंने भगवत गीता भी पढ़ी है, कुरान और बाइबिल भी पढ़ा है। यह जो 333 मिलियन यानी 33 करोड़ (वीडियो में आदिल ने 333 करोड़ कहा है) गॉड की बात है, यह मेरा एक्सप्रेशन नहीं है, मैंने शशि थरूर की किताब द हिंदू वेव पढ़ी और उसे शब्दश: कोट किया है।

कहा कि चाहे हिंदू हों या मुस्लिम वे धार्मिक किताबों से दूर हैं और लिबरल को ज्यादा पढ़ते हैं। इसलिए मैंने शशि थरूर की कीताब को कोट किया है। इस किताब में पेज नंबर के 23 पर उन्होंने लिखा है कि 333 मिलियन गॉड हैं और कोई इसे और भी बढ़ा सकता है।’

विष्णु जी के अवतार को लेकर कही गई बातों पर भी जब सवाल किया गया तो आदिल ने कहा कि ‘आधे इंसान, आधे जानवर या हाईब्रिड’ ये मेरे शब्द नहीं है, यह शशि थरूर ने लिखा है, बकायदा जानवरों के नाम भी लिखे हैं। यह मेरे शब्द नहीं थे, मैंने शशि थरूर की किताब को कोट किया था। ये उनके जुमले हैं।”

आदिल ने कहा कि भारत के संविधान के तहत मिले अधिकार के तहत उसने अपने धर्म को डिफेंड किया है। आदिल ने कहा नूपुर शर्मा ने उड़ने वाले घोड़े की बात को अव्यवहारिक बताया था इसके जवाब में मैंने उनसे सवाल किए थे।

मांगी माफी, दी सफाई

आदिल ने अपने बयानों को बार-बार नूपुर को जवाब बताते हुए कहा कि बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता की ओर से धर्म पर उठाए गए सवाल को लेकर उसने कुछ सवाल किए हैं।

इससे पहले आदिल ने एक वीडियो जारी करते हुए सफाई दी और कहा कि यदि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचा है तो वह माफी मांगता है। आदिल ने अपनी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया माहौल खराब करना चाहता है।

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उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

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