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उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में गोरख धंधा, 5000 करोड़ में बन रही 90 किमी सड़क: अखिलेश यादव

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Akhilesh Yadav in santkabir nagar

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संतकबीर नगर (उप्र)। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर में गोरख धंधा देखा। सपा की सरकार में समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की जो योजना थी, आज उसी का नाम बदल कर लिंक एक्सप्रेस वे कर दिया गया है, जो आजमगढ़, संतकबीरनगर होकर गोरखपुर को जोड़ेगी। यह 90 किलोमीटर की सड़क है और 5000 करोड़ में बन रही है।

सड़क न आठ लेन की और न ही सिक्स लेन की है। अब अंदाजा लगाइए कि एक किलोमीटर की सड़क कितनी लागत में बन रही है। यह बाते पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जूनियर हाईस्कूल खलीलाबाद में पूर्व सांसद स्वर्गीय सुरेंद्र यादव की द्वितीय पुण्य तिथि में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कही।

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ सदन में 46 और 56 की बात करते हैं, पर आज तक उसका रिकॉर्ड नहीं दे पाए। पिछला चुनाव सपा ने अच्छा लड़ा। पूरा देश देख रहा था कि समाजवादी की सरकार बनने जा रही है, लेकिन कुछ सीटे हम लोग कम वोटों से हार गए। आखिरी वक्त में जो इंतजाम होता है, वह हम लोग नहीं कर पाए और सपा की सरकार बनते-बनते रह गई।

भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जो बजट पढ़ा होगा, उसे पता होगा कि उसमें भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इतने रोजगार दे दिया कि अब कोई बेरोजगार नहीं बचा है। उन्होंने जो आंकड़ा दिया कि उसमें कहा कि 100 में केवल चार लोग बेरोजगार रह गए हैं। बताओ कौन मानेगा, इस बात को।

इतना ही नहीं, कहा कि उप्र की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डालर बना देंगे। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा कि प्रदेश का गरीब वन ट्रिलियन डॉलर समझ नहीं पाएगा। यह अर्थव्यवस्था को कहां ले जाना चाहते हैं, यह पता नहीं है।

अपने झूठ को सच करने के लिए अमेरिका से कंपनी बुलाई है। उसे 200 करोड़ रुपये दे रहे हैं। जो घरों में टीवी पहुंच गया, उसके चैनल के लोगों को 2000 करोड़ दे रहे हैं। जिससे जनता वन ट्रिलियन डॉलर की रणनीति समझ में न पाए। वन ट्रिलियन डॉलर की व्यवस्था यही है कि आप की सड़कों पर सांड घूमेंगे।

नगर निकाय चुनाव चल रहा है, क्या भाजपा ने नाली ठीक कराई, कूड़े हटवाया। नालियां तो दूर भाजपा के लोगों ने कहा कि वे गंगा मईया की सफाई कर देंगे। गंगा मईया की सफाई तो नहीं हुई, पर अरबों रुपये के बजट की सफाई हो गई। गंगा मईया तब तक साफ नहीं हो सकती है, जब तक शहरों की नालियां न साफ हो जाए।

पूर्व सीएम ने कहा कि एक उद्योग पति के वहां छापा पड़ा है। पिछले तीन दिन से इनकम टैक्स के लोग वहां पर हिसाब-किताब लगा रहे हैं। सुनने में यह भी आ रहा है कि जो मोबाइल के व्हाट्सएप है, उसमें बड़े-बड़े नेताओं के व्हाट्सएप है। वह सब नंबर भाजपा के हैं। दिल्ली की एजेंसी उप्र में छापा मार रही है और उत्तर प्रदेश की एजेंसी दिल्ली में छापा मार रही है।

एक उद्योग पति पर आरोप है कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय का वाईफाई इस्तेमाल कर रहा है। इसकी धोखाधड़ी करके न जाने कितने लोगों से पैसा वसूला। उप्र की एसटीएफ व्यापारी को पकड़ने जा रही है। तंज कसते हुए कहा कि ऐसा तो नहीं कि डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही हो। यूपी में महंगाई चरम सीमा पर है।

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन की वृद्धि

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लखनऊ |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले साढ़े सात वर्ष से चल रहा ‘पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान’ रंग ले आया। 2024 में 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण करने वाले उत्तर प्रदेश में आईएसएफआर 2023 के अनुसार 559 वर्ग किमी. वन व वृक्ष आच्छादन से अधिक की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश से आगे केवल छत्तीसगढ़ है, जबकि अन्य सभी राज्य उत्तर प्रदेश से पीछे हैं। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के नेतृत्व में आए इस सकारात्मक पहल की बधाई दी। वहीं केंद्रीय वन-पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश को शुभकामना दी।

देहरादून में भारत वन स्थिति रिपोर्ट (आईएसएफआर) 2023 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई

🌳भारत का वन एवं वृक्ष आवरण 8,27,357 वर्ग किमी है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 25.17% है। इसमें 7,15,343 वर्ग किमी (21.76%) वन आवरण और 1,12,014 वर्ग किमी (3.41%) वृक्ष आवरण है।

🌳2021 के आकार-फ़ाइल आधारित मूल्यांकन की तुलना में वन एवं वृक्ष आवरण में 1,445 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है, जिसमें वन आवरण में 156 वर्ग किमी और वृक्ष आवरण में 1289 वर्ग किमी की वृद्धि शामिल है।

🌳वन एवं वृक्ष आवरण में अधिकतम वृद्धि दिखाने वाले शीर्ष चार राज्यों में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। छत्तीसगढ़ (684 वर्ग किमी) के साथ शीर्ष पर है। ओडिशा का क्षेत्रफल (558.57 वर्ग किमी), राजस्थान (394 वर्ग किमी) व झारखंड (286.96 वर्ग किमी.) है।

इनसेट
इन राज्यों में हुई वृद्धि
राज्य एरिया
छत्तीसगढ़ 683.62 वर्ग किमी.
उत्तर प्रदेश 559.19 वर्ग किमी.
ओडिशा 558.57 वर्ग किमी.
राजस्थान 394.46 वर्ग किमी.
झारखंड 286.96 वर्ग किमी.

‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है नया उत्तर प्रदेश:सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि नया उत्तर प्रदेश ‘हरित उत्तर प्रदेश’ बनने की दिशा में तीव्रता से गतिमान है। आईएसएफआर 2023 के अनुसार उत्तर प्रदेश में हुई 559 वर्ग कि.मी. की वन और वृक्ष आच्छादन की ऐतिहासिक वृद्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान ‘एक पेड़ मां के नाम’ और भारतीय दर्शन ‘माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ भाव से उत्तर प्रदेश वासियों के जुड़ाव का प्रतिफल है।

मानवता के कल्याण को समर्पित इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पौधरोपण अभियान से जुड़े सभी लोगों, प्रकृति प्रेमियों एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई!

यूपी में लगाए गए 36.80 करोड़ से अधिक पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक दिन (20 जुलाई) को 36.51 करोड़ पौधरोपण कर इतिहास रचने वाले उत्तर प्रदेश ने 30 सितंबर तक 36.80 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए। साढ़े सात वर्ष में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 210 करोड़ पौधरोपण किये गए।

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2023 में प्रकाशित रिपोर्ट के परीक्षण करने पर उत्तर प्रदेश में वनावरण की स्थिति…

वनावरण

1. अति सघन वन 2,688.73 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 4,001.41 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8.355.66 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 15045.80 वर्ग कि०मी० (6.24%)
वृक्षावरण 8950.92 वर्ग कि0मी (3.72%)
कुल वनावरण व वृक्षावरण 23996.72 वर्ग कि0मी0 (9.96%)

भारतीय वन सर्वेक्षण, देहरादून द्वारा वर्ष 2021 (यथा संशोधित) में प्रकाशित रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित आंकड़े…
वनावरण

1. अति सघन वन 2655.29 वर्ग कि०मी०
2. मध्यम सघन वन 3995.53 वर्ग कि०मी०
3. खुला वन 8276.55 वर्ग कि०मी०
4. कुल योग 14927.37 वर्ग कि०मी० (6.20%)
5-वृक्षावरण 8510.16 वर्ग कि0मी0 (3.53%)
6-कुल वनावरण व वृक्षावरण 23437.53 वर्ग कि0मी0.( 9.73%)

सर्वाधिक वृद्धि वाले उत्तर प्रदेश के पांच जनपद

1- झांसी – 8597 एकड़
2- अमरोहा – 7769 एकड़
3- इटावा – 7127 एकड़
4- कानपुर नगर – 6249 एकड़
5- बिजनौर – 3343 एकड

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