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अन्तर्राष्ट्रीय

यूक्रेन में संघर्ष विराम नहीं चाहता अमेरिका, कहा- इससे रूस को होगा फायदा  

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national security council spokesman john kirby

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वाशिंगटन। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन में संघर्ष विराम की चीन की मांग का विरोध करता है क्योंकि इससे रूस को फायदा होगा और क्रेमलिन को एक नये आक्रमण की तैयारी करने में मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अगले सप्ताह होने वाली मास्को यात्रा से पहले संवाददाताओं से कहा, ”हम अभी संघर्ष विराम के आह्वान का समर्थन नहीं करते।

उन्होंने चीन के आधिकारिक संक्षिप्त नाम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘हम निश्चित तौर पर संघर्ष विराम की मांग का समर्थन नहीं करते हैं जिसका आह्वान पीआरसी मॉस्को में एक बैठक में करेगा जिससे रूस को फायदा होगा।

रूसी बलों पर कम हो जाएगा दबाव

अमेरिका पिछले एक साल से रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन की मदद कर रहा है। वह चिंतित है कि युद्धविराम को प्राथमिकता देने से रूसी बलों पर दबाव कम हो जाएगा और क्रेमलिन को क्षेत्र के बड़े हिस्से पर अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने कहा, ‘संघर्ष विराम होने पर रूस इसका इस्तेमाल यूक्रेन में अपनी स्थिति को और मजबूत करने, अपने बलों के पुनर्निर्माण, पुनर्गठन और उन्हें तरोताजा करने के लिए स्वतंत्र होगा। इससे वे अपनी पसंद के समय पर यूक्रेन पर हमले फिर से शुरू करने में सक्षम हो सकेंगे। हम नहीं मानते कि यह एक न्यायसंगत और टिकाऊ शांति की दिशा में एक कदम है।

राष्ट्रपति जिनपिंग से बात करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति

किर्बी ने दोहराया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन की शी के साथ फोन पर बात करने की योजना है, लेकिन फिलहाल इसका कोई शेड्यूल नहीं है। हालांकि राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह शी चिनफिंग के साथ बात करने के इच्छुक हैं, पर अभी इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।

अन्तर्राष्ट्रीय

देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें बढ़ी, पत्नी अस्मा अल-असद ने अदालत में तलाक के लिए दी अर्जी

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सीरिया। सीरिया में छिड़े गृहयुद्ध के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए। देश छोड़कर भागने वाले असद की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक असद की ब्रिटिश पत्नी अस्मा अल-असद ने रूस की अदालत में तलाक के लिए अर्जी दी है। तुर्की और अरब मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक अस्मा अल असद मॉस्को में खुश नहीं हैं और वो अब लंदन जाना चाहती हैं। बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद के परिवार को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है।

25 साल की अस्मा से हुई थी असद की शादी

बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल असद ने रूस के कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दाखिल की है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति का अनुरोध किया है। उनके दिए गए आवेदन पर रूसी अधिकारियों द्वारा विचार किया जा रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अस्मा के पास ब्रिटेन और सीरिया की दोहरी नागरिकता है। अस्मा का घर लंदन में है जहां सीरियाई माता-पिता के यहां उनका जन्म हुआ था। अस्मा साल 2000 में सीरिया चली गईं थीं। साल 2000 में ही उनकी शादी बशर अल असद से हुई थी। उस वक्त अस्मा की उम्र 25 साल थी।

रूस में असद पर लगाए गए हैं गंभीर प्रतिबंध

अपना देश छोड़कर भागे सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद को भले ही रूस ने राजनीतिक शरण दिया था, लेकिन रूस में उनपर गंभीर प्रतिबंध लगाए गए हैं। असद को मॉस्को छोड़ने या किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है। जानकारी के मुताबिक रूसी अधिकारियों ने बशर अल-असद की संपत्ति और पैसा भी जब्त कर लिया है। असद सीरिया छोड़ते वक्त 270 किलोग्राम सोना लेकर आए थे। उनकी संपत्ति में 2 अरब डॉलर और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं।

असद के भाई को रूस में नहीं मिली है शरण

सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के भाई, माहेर अल-असद को रूस ने अपने देश में शरण नहीं दी है। उन्हें शरण देने के अनुरोध की अब भी समीक्षा की जा रही है। जानकारीा के मुताबिक असद के भाई माहेर और उनका परिवार रूस में ही नजरबंद हैं।

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