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पूर्व की सरकारों में मौज करने वाले गुंडे योगी राज में यूपी से पलायितः अमित शाह

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कासगंज। देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कासगंज में जनविश्वास यात्रा के दौरान आयोजित रैली में पूर्व की “बुआ-बबुआ”सरकारों पर जमकर हमला बोला। साथ ही कार्यकर्ताओं में और जोश भरते हुए नारा दोहराया, यूपी में भाजपा तीन सौ पार। उन्होंने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जहां पहले हर जिले में मिनी सीएम होते थे, अब हर जिले में एक इंडस्ट्री लगी है। पहले हर जिले में एक स्कैम होता था, कब हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज है। यूपी में यह सब संभव किया है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने।

बुआ-बबुआ की सोच कुंठित, ऐसे लोग नहीं कर सकते विकास

कासगंज के बारह पत्थर मैदान में आयोजित रैली में जुटे अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी में “बुआ-बबुआ” ने सरकारें चलाईं। उन्होंने जनता से सवाल भी पूछा, क्या ये सभी का विकास कर पाईं? सपा के राज में आपका भला होता था क्या? बसपा के राज में विकास होता था क्या? जनता ने जोश में जवाब दिया नहीं। इस पर अपनी बात जारी रखते हुए श्री शाह ने कहा, वो (सपा-बसपा) नहीं करते सकते, क्योंकि ये जातिवादी पार्टियां है, परिवारवादी पार्टियां हैं और उनकी सोच कुंठित है।
उन्होंने सीएम योगी के कार्यकाल में सुदृढ़ हुए कानून व्यवस्था की चर्चा करते हुए कहा कि पांच साल के अंदर योगी जी के राज में यूपी के सारे गुंडे पलायन कर गए हैं। जबकि पूर्व की सरकारों में यूपी से आम जनता पलायन कर रही थी और गुंडे मौज कर रहे थे। पहले कानून व्यवस्था की परिस्थिति इतनी खराब हो गई थी कि लोग अपनी बच्चियों को स्कूल-कॉलेज भेजने से कतराते थे। योगी जी के सुशासन में बच्चियां, बहन-बेटियां, महिलाएं सभी सिर उठाकर चलती हैं। खुद को हर समय सुरक्षित महसूस करती हैं।

पूर्व सीएम कल्याण सिंह को भावुकता से याद किया गृहमंत्री ने

रैली में अपने संबोधन के दौरान गृहमंत्री श्री शाह ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह को भावुकता से याद किया। कहा कि कल्याण सिंह जी ने पहली बार उत्तर प्रदेश के अंदर सुशासन की बात कही थी। पहली बार उत्तर प्रदेश में पिछड़ों के हक की बात की थी। पहली बार पिछड़ा समाज को अधिकार देने का काम महान कल्याण सिंह जी ने किया था।

राम मंदिर के लिए दो मिनट में सीएम की कुर्सी ठुकरा दी कल्याण सिंह ने
श्री शाह ने श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर हुए आंदोलन में कल्याण सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यही कल्याण सिंह जी थे कि जब उनके सामने समय आया कि राम जन्मभूमि पर मंदिर बने या सीएम की कुर्सी जाए, तब उन्होंने दो मिनट में कुर्सी को ठुकराकर प्रभु श्रीराम के मंदिर का रास्ता साफ कर दिया था।

रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वालों का साथ नहीं देगी जनता

अमित शाह ने कहा कि पहले अयोध्या में प्रभु श्रीराम का मंदिर बनाने की मांग पर डंडे पड़ते थे, गोलियां चलाई जाती थीं। जब आपने (जनता ने)आशीर्वाद दिया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन रहा है। उन्होंने जनता से पूछा, जो मंदिर का विरोध करते थे, राम भक्तों पर गोली चला रहे थे क्या आप उनका साथ देंगे? एकस्वर समवेत गूंजा, नहीं। अमित शाह भी बोल पड़े, रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वालों का साथ यूपी की जनता नहीं देगी।

नव्य काशी की महिमा का किया वर्णन

गृहमंत्री अमित शाह ने लोगों के सामने नव्य काशी की महिमा का भी वर्णन किया। कहा कि औरंगजेब के समय से काशी में बाबा विश्वनाथ का धाम सूना पड़ा था। आज बाबा के दरबार काशी को मोदी जी ने ऐसे सजाया है कि इस धाम की भव्यता और दिव्यता देखते ही बनती है।

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नेशनल

दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शुरू किया अभियान, 175 संदिग्ध लोगों की पहचान

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नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों खिलाफ अपने सत्यापन अभियान दिल्ली पुलिस ने ऐसे 175 संदिग्ध लोगों की पहचान की है। अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने शनिवार को शाम 6 बजे से बाहरी दिल्ली क्षेत्र में 12 घंटे का सत्यापन अभियान चलाया था।

दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?

इस अभियान को लेकर दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा- “पुलिस ने वैध दस्तावेजों के बिना रहने वाले व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें हिरासत में लेने के अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। बाहरी दिल्ली में व्यापक सत्यापन अभियान के दौरान 175 व्यक्तियों की पहचान संदिग्ध अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के रूप में की गई है।

एलजी के आदेश पर कार्रवाई

दिल्ली पुलिस ने बीते 11 दिसंबर की तारीख से राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पहचानने के लिए अभियान की शुरुआत की थी। इससे एक दिन पहले 10 दिसंबर को एलजी वीके सक्सेना के सचिवालय ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसके बाद से ही पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

इस तरीके से चल रहे अभियान

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों की बढ़ती संख्या से चिंता बढ़ती जा रही है। बाहरी जिला पुलिस ने अपने अधिकार में आने वाले विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई शुरू की है। पुलिस के मुताबिक, स्थानीय थानों, जिला विदेशी प्रकोष्ठों और विशेष इकाइयों के कर्मियों समेत विशेष टीम को घर-घर जाकर जांच करने और संदिग्ध अवैध प्रवासियों के बारे में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।

 

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