Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

आलीशान जीवन जी रहा था अमृतपाल सिंह, लगातार थाइलैंड आता-जाता रहता था

Published

on

Amritpal Singh

Loading

चंड़ीगढ़। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह जहां खुद को कट्टपंथी सिख नेता पेश करने की कोशिश गत छह महीनों से कर रहा था, वहीं वह आलीशान जीवन जी रहा था। वह लगातार थाइलैंड आता जाता रहता था।

कुछ समय पहले फरवरी में अमृतपाल की शादी यूके निवासी किरणदीप कौर से हुई थी। किरणदीप को अमृतपाल पीटता भी था और घर से नहीं निकलने देता था। यह खुलासा एजेंसियों की जांच में हुआ है।

यह बात भी सामने आई कि वह अपनी छवि को नुकसान पहुंचने के डर से अपने पिछली जिंदगी के बारे में कोई बात नहीं करता था, क्योंकि भारत आने से पहले अमृतपाल 2022 तक दुबई में एक ट्रक ड्राइवर था। वह दीप सिद्धू के संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनने भारत आया था फिर खुद को भिंडरावाले की तरह पेश किया। समर्थक उसे भिंडरावाले 2.0 कहने लगे।

खुफिया एजेंसियों के अनुसार जब तक वह विदेश में था, अमृतधारी नहीं था। साथ ही धार्मिक सिद्धांतों का पालन नहीं करता था। यह बात भी सामने आ रही है कि जब तक दुबई में था, उसके संबंध नशा तस्करों से रहे हैं। वह एक डीलर जसवंत सिंह के संपर्क में आया, जिसका भाई पाकिस्तान से ही सारा कारोबार चलाता है।

आत्मसमर्पण करने में शान

दूसरी ओर, अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह का नया ऑडियो वायरल हुआ है, जिसे उसने आत्मसमर्पण से पहले किसी को भेजा था। इस ऑडियो में कहा है कि वह खुद आत्मसमर्पण करने जा रहा है।

अगर पुलिस हमें पकड़ती है तो इसमें बेइज्जती बहुत है लेकिन अगर हम आत्मसमर्पण करते हैं तो इसमें हमारी शान है। उसने उस व्यक्ति को कहा था कि अमृतपाल को कहना कि अपने ही कुछ लोग एजेंसियों के साथ मिल गए है, जो सारी जानकारी उन तक पहुंचा रहे रहे है।

उत्तर प्रदेश

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और डॉ. कुमार विश्वास ने संगम में लगाई डुबकी, गौतम अदानी ने की श्रद्धालुओं की सेवा

Published

on

Loading

 

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ 2025 के तहत संगम घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रख्यात कवि डॉ. कुमार विश्वास ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के साथ संगम के पवित्र जल में पुण्य की डुबकी लगाई। वहीं, देश के शीर्ष उद्योगपति गौतम अदानी ने श्रद्धालुओं के लिए चल रहे भंडारे में सेवा की और फिर बड़े हनुमान मंदिर में पूजन अर्चन किया।

रामनाथ कोविंद ने सपरिवार किया स्नान

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ संगम की पवित्र त्रिवेणी में स्नान किया। इस दौरान मंत्री नंदी ने स्वयं उनका हाथ पकड़कर स्नान में सहयोग किया। स्नान के बाद मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने सपरिवार मां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की। उन्होंने महाकुम्भ की भव्यता और दिव्यता की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक धरोहर और सांस्कृतिक समृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। पूर्व राष्ट्रपति ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की अवधारणा को देश के आर्थिक विकास के लिए गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि इससे देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में व्यापक सुधार होगा।

कुमार विश्वास बोले- सामाजिक समरसता का परिचायक है महाकुम्भ

डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए स्नान किया। उन्होंने गंगा के महात्म्य पर अपनी कविता से सबको मंत्रमुग्ध करते हुए कहा कि
“तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई।”
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ का यह आयोजन 144 वर्षों के बाद आया दुर्लभ संयोग है, जो भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में प्रेरणा देगा। उन्होंने सभी से राजनीतिक भेदभाव भूलकर इस सर्वसमावेशी आयोजन में भाग लेने का आह्वान किया। डॉ. कुमार विश्वास ने कहा कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का सार है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक समरसता का परिचायक है, जो पूरे विश्व को एक नई दिशा देगा।

गौतम अदानी ने सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को कहा धन्यवाद

उद्योगपति गौतम अदानी ने इस्कॉन द्वारा संचालित इस्कॉन रसोई में सेवा की और श्रद्धालुओं को खाना खिलाया। उन्होंने महाकुम्भ को अद्भुत, अद्वितीय, एवं अलौकिक कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज आकर ऐसा लगा मानो पूरी दुनिया की आस्था, सेवाभाव और संस्कृतियां यहीं मां गंगा की गोद में आकर समाहित हो गयी हैं। कुम्भ की भव्यता और दिव्यता सजीव बनाए रखने वाले सभी साधु, संत, कल्पवासी एवं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर शासन-प्रशासन, सफाई कर्मियों और सुरक्षा बलों को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। मां गंगा का आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे। गौतम अदानी संगम और हनुमान जी के दर्शन करते हुए शंकर विमान मंडपम पहुंचे, जहां मुख्य द्वार पर 21 वैदिक ब्राह्मणों ने ‘वैदिक वेलकम’ किया। उन्होंने विमान मंडपम मंदिर प्रांगण में मौजूद गीता प्रेस की आरती संग्रह पगोडा पर श्रद्धालुओं बातचीत भी की।

राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने दूसरे दिन भी किया पवित्र स्नान

उधर, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए तीन दिन तक पवित्र स्नान और तर्पण करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “मैंने कल पवित्र स्नान किया, आज भी करूंगी और कल फिर करूंगी। मेरे नाना, नानी, दादा-दादी यहां नहीं आ सके, इसलिए उनकी ओर से तर्पण कर रही हूं। यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है।” सुधा मूर्ति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा, “योगी जी और उनकी टीम ने यहां बहुत अच्छा काम किया है। मैं उनके लंबे जीवन की कामना करती हूं।”

Continue Reading

Trending