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प्रादेशिक

बिहार में एक और पुल धंसा, तेज बहाव में सात खंभों ने छोड़ी जगह; आवागमन बंद

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Bridge built on Barnar river in Jamui caved in

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पटना। बिहार के जमुई में बरनार नदी पर बना सोने-चुरहेत काजवे पुल अचानक धंस गया। पानी की तेज बहाव के कारण पुल का तीन से दस नंबर पिलर (खंभा) क्षतिग्रस्त होकर धंस गए। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। पुल धंसने की खबर से सुन इलाके के लोग पहुंचे। इसके बाद प्रशासन को जानकारी दी। प्रशासन फौरन पहुंची और आवागमन पर रोक लगा दिया। फिलहाल पुल के दोनों छोर पर बैरिकैडिंग कर दी गई है। आवागमन ठप होने के कारण कई गांव के लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है।

परिचालन पर पूरी तरह से रोक

प्रशासन के अनुसार, लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर उफान पर है। पानी की तेज बहाव के कारण पुल धंस गया। यह पुल सोनो प्रखंड मुख्यालय को पश्चिम क्षेत्र से जोड़ती है। इससे आसपास के कई गांव का संपर्क टूट गया।

सोनो चुरहेत काजवे मार्ग पर परिचालन को पूरी तरह रोक दिया गया। पुल के दोनों और बेरिकेडिंग कर दी गई है। प्रशासन का कहना है कि पुल की मरम्मती का काम जल्द से जल्द करवाया जा रहा है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

मुख्यालय जाने के लिए इसी पुल का उपयोग करते थे ग्रामीण

स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुवार से मूसलाधार बारिश हो रही है। पानी के तेज बहाव के कारण बरनार नदी पर बना सोनो चुरहेत काजवे पुल का तीन से 10 पिलर नदी में धंस गया है।

सूचना मिलते ही अंचलाधिकारी राजेश कुमार, थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार व एसआई विपिन कुमार पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। इन्होंने क्षतिग्रस्त काजवे पुल का मुआयना किया। इसके बाद पुल पर परिचालन पूरी तरह बंद कर कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल से कई गांवों के लोगों का आना-जाना लगा रहता है।

काजवे, चुरहेत समेत अन्य गांवों के लोग प्रखंड मुख्यालय आने-जाने के लिए इसी पुल का उपयोग करते है। कई छोटे और बड़े वाहनों का भी परिचालन लगा रहता है। लेकिन पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण यहां के ग्रामीणों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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