Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्य राज्य

JNU की दीवारों पर लिखा ब्राह्मण विरोधी स्लोगन, ABVP ने की एक्शन की मांग   

Published

on

Anti-Brahmin slogan written on JNU walls

Loading

नई दिल्ली। किसी न किसी विवादों के चलते सुर्खियों में बने रहने वाला देश का नामी शिक्षण संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर चर्चा में है। इस बार जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी स्लोगन लिखा गया है। जेएनयू  की दीवारों पर ‘ब्राह्मणों कैंपस खाली करो, यहां खून होगा, ब्राह्मण भारत छोड़ो’ लिखे नारों को लेकर विवाद पैदा हो गया है। इस घटना की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं।

यह भी पढ़ें

लोहे की सरिया गर्दन में घुसने से रेल यात्री की मौत, जांच में जुटी पुलिस

सर्दियों में पानी है मुलायम त्वचा, ये टिप्स करें फॉलो

घटना का संज्ञान लेते हुए कुलपति संतीश्री पंडित ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के डीन और शिकायत कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और वीसी को रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है। कुलपति ने अपने बयान में कहा कि ऐसे घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के सेकंड और थर्ड फ्लोर की दीवारों पर ब्राह्मण विरोधी नारे लिखे गए हैं, जिसमे कहा गया है कि ‘ब्राह्मण भारत छोड़ो’। बनिया समुदाय को लेकर भी आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। rss के छात्र संगठन ABVP ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है और जेएनयू प्रशासन से एक्शन की मांग की है।

ABVP अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा है कि सांप्रदायिक गुंडों की इस हरकत का हम विरोध करते हैं। वामपंथियों ने जेएनयू की दीवारों पर गालियां लिखी हैं। उन्होंने कहा कि हम केवल एक बात को मानते हैं कि ऐसी संस्थानों का इस्तेमाल डिबेट करने के लिए होता है, समाज में जहर फैलाने के लिए नहीं।

फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि किसने दीवारों पर ये आपत्तिजनक नारे लिखे गए। आरोप वामपंथियों पर लग रहा है, लेकिन स्पष्टता से कुछ भी नहीं कहा जा सकता।

बता दें, पिछले साल भी ABVP और वामपंथी छात्र संगठन AISA के बीच मारपीट की घटना हुई थी। तब आरोप ये था कि ABVP छात्र संगठन के कार्यकर्ता बैठक कर रहे थे, तभी AISA के कार्यकर्ता आए और जमकर बवाल काटा।

JNU में 5 जनवरी 2020 को भी भयानक हिंसा हुई थी। उस समय टीचर्स और छात्रों ने मिलकर एक मार्च का आयोजन किया था। तभी वहां कुछ नकाबपोश आए और मारपीट शुरू कर दी थी।

Anti-Brahmin slogan written on JNU walls, Anti-Brahmin slogan in JNU, Anti-Brahmin slogan,

Continue Reading

अन्य राज्य

सोशल मीडिया पर हवाबाजी करने के लिए युवकों ने रेलवे ट्रैक पर उतारी थार, सामने से आ गई मालगाड़ी

Published

on

Loading

राजस्थान। सोशल मीडिया पर अपना वीडियो या रील बनाने वालों ने इन दोनों कानून और नियम कायदों को धता बताना अपना शग़ल बना लिया है। रील के लिए कोई पहाड़ से कूद जाता है तो कोई पानी के तेज बहाव की परवाह तक नहीं करता। जयपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां कुछ नौजवानों ने स्टंट की खातिर थार जीप को रेलवे ट्रेक पर उतार दिया। फिर जब थार पटरियों पर फँस गई तो उनके हाथ पांव फूल गए। पटरी पर इसी दौरान मालगाड़ी भी आ गई लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से दुर्घटना टल गई।

नशे में धुत्त तीन चार नौजवानों ने सोमवार को जयपुर के सिवांर इलाके में अपनी करतूत से लोगों को परेशानी में डाल दिया। इन युवकों ने पहले एक थार जीप किराए पर ली और उसे लेकर रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए। इरादा था ट्रेक पर जीप दौड़ाने का। लेकिन अचानक थार फँस गई पटरियों के बीच। इसी दौरान कनकपुरा रेलवे स्टेशन की तरफ़ से एक मालगाड़ी को आता देख थार में सवार कुछ युवक तो उतरकर भाग गए लेकिन ड्राइवर बैठा रहा। इस बीच मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए जिससे जान माल का नुकसान होने से बच गया। इस दौरान वहाँ आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग भी पहुँच गए और सबने मिलकर ट्रैक से थार जीप को हटाया। लेकिन ये क्या जैसे ही थार ट्रैक से बाहर आई ड्राइवर उसे मौके से भगाकर ले गया । रास्ते में कई वाहनों और दुपहिया को टक्कर मारी लेकिन रुका नहीं। एक जगह बजरी के ढेर पर थार चढ़ गई लेकिन ड्राइवर ने रफ़्तार कम नहीं की और फ़रार हो गया।

 

इसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली। पुलिस में जीप को जब्त कर उसके मालिक की तलाश शुरू की तो पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था।वो इस जीप को बेगस से किराए पर लेकर आया था। कुशल चौधरी अभी भी फ़रार है इस संबंध में आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है। रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश जारी है। ये सभी ग़ैर जमानती धारा है इनके तीन साल तक की क़ैद का प्रावधान है।

Continue Reading

Trending