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उत्तर प्रदेश

दहेज के लिए महिला कांस्टेबल की हत्या करने वाला फौजी पति गिरफ्तार

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Army husband arrested for killing woman constable for dowry

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बरेली। उप्र के बरेली के कैंट थाने में तैनात महिला कांस्टेबल शिखा नैन (22) की उसके फौजी पति ने दहेज के लिए हत्या कर दी थी। कल बुधवार को कैंट पुलिस ने आरोपी फौजी को अरेस्ट कर लिया है। घटना के समय महिला कांस्टेबल के शरीर पर चोटों के निशान मिले थे, मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण पुलिस ने बिसरा फोरेंसिक लैब भेज दिया था। कांस्टेबल के भाई ने कैंट थाने में दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से बागपत जिले के गांव लड़वारी निवासी शिखा वर्ष 2019 में पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुई थी। शिखा की शादी 7 दिसंबर 2020 को मेरठ निवासी आकाश चौधरी से हुई। आकाश सेना में है और जाट रेजिमेंट की बरेली यूनिट में तैनात है।

आकाश और शिखा बरेली के कैंट में सेमेट्री लाइन एरिया में रहते थे। शिखा का छोटा भाई सागर चौधरी शिखा के साथ रहता था। सागर जब अपने घर गया तो उसी समय आकाश चौधरी ने शिखा की बेहरमी से पिटाई की। जिसमें उसके शरीर पर काफी चोट लगी।

पड़ोसियों ने महिला कांस्टेबल के परिवार को घटना की जानकारी दी। जब कांस्टेबल का भाई पहुंचा तो देखा की शिखा चौधरी का शव बेड पर पड़ा था। परिजनों ने कैंट थाना पुलिस को बताया था कि पति आकाश दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। विरोध करने पर बेरहमी से मारपीट करता था।

बरेली के कैंट थाना इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने बताया कि 15 सितम्बर को शिखा नैन की मौत हुई थी। घटना में आरोपी फौजी पति आकाश निवासी मोहम्मदपुर सिस्ट थाना बहसूमा जिला मेरठ को अरेस्ट कर लिया है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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