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उत्तर प्रदेश

आजम परिवार गया जेल, आयकर विभाग ने फिर खंगाले जौहर विवि के दस्तावेज

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Azam family went to jail, Income Tax Department again scrutinized the documents of Jauhar University

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रामपुर। सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां, उनकी पत्नी तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम के जेल जाने के बाद आयकर विभाग की टीम रामपुर के जौहर यूनिवर्सिटी पहुंची। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के साथ मिलकर आयकर टीम द्वारा की गई कार्रवाई का मकसद यूनिवर्सिटी में बने भवनों का सटीक मूल्यांकन बताया जा रहा है।

टीम ने परिसर की हर चीज को बारीकी से देखा, तमाम दस्तावेज भी खंगाले। सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचकर मूल्यांकन सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण आजम और उनके परिवार के खिलाफ कथित कर चोरी की जांच के तहत किया जा रहा है।

माना जा रहा है कि यूनिवर्सिटी में बने भवनों की जितनी कीमत दर्शाई जा रही है, वास्तविक कीमत उससे कई गुना ज्यादा है। इसकी तह तक जाने के उद्देश्य से ही इस बार आयकर टीम के साथ CPWD के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। आयकर टीम यूनिवर्सिटी परिसर में बृहस्पतिवार देर रात तक सक्रिय रही।

इस बीच टीम ने यूनिवर्सिटी के कार्यालय में रखे दस्तावेजों में कई को स्कैन किया। इसके अलावा कुछ अन्य दस्तावेज भी खंगाले। कहा जा रहा है कि दस्तावेजों में दर्ज डिटेल और भवनों के मूल्यांकन से सामने आने वाली कीमत में अंतर पाए जाने पर आजम की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

पिछले माह भी पड़े थे आयकर छापे

आयकर विभाग की टीम एक माह के भीतर दूसरी बार रामपुर पहुंची है। 13 सितंबर को आयकर विभाग की टीम ने यूपी और मध्य प्रदेश में 30 परिसरों पर छापे मारे थे। रामपुर में छह से ज्यादा टीमें आई थीं। इस दौरान टीमों ने सपा नेता आजम खां के घर पर 60 घंटे तक छानबीन व पूछताछ की थी।

आजम के करीबी एवं चमरौवा के सपा विधायक नसीर अहमद समेत कुछ अन्य के आवासों पर भी आयकर टीमें पहुंची थीं। आयकर विभाग की टीम रामपुर में तीन दिन रही थी। इस बीच कई लोगों से पूछताछ की थी।

यूनिवर्सिटी पर दो हजार करोड़ रुपये खर्च का शक

सूत्रों का कहना है कि उच्चाधिकारियों की फौरी जांच में पाया गया है कि जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण पर करीब दो हजार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। खातों में निर्माण खर्च 100 करोड़ रुपये के आसपास दर्शाया गया है। अब CPWD विशेषज्ञों के साथ आयकर की टीम दस्तावेजी खर्च और वास्तविक व्यय राशि का अंतर पकड़ने में लगी है।

उत्तर प्रदेश

अयोध्या में बोले सीएम योगी- जिस औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ा, उनके वंशज आज रिक्शा चला रहे हैं

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अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या में हैं। यहां वह सबसे पहले हनुमानगढ़ी पहुंचे, जहां उन्होंने हनुमान जी की आरती उतारी। इसके बाद वह राम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने रामलला का आशीर्वाद लिया। इसके बाद सीएम योगी प्रसिद्ध पीठ अशर्फी भवन पहुंचे, जहां उन्होंने जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य महाराज के सानिध्य में चल रही पंचनारायण महायज्ञ में आहुति दी।

पंचनारायण महायज्ञ में आहुति देने के बाद उन्होंने कहा कि सनातन ही देश का राष्ट्रीय धर्म है। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम त्रेता युग की अवधारणा को जिंदा कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर विश्व को बचाना है तो सनातन धर्म को सुरक्षित करना ही होगा। मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि औरंगजेब की वंशजों का आज क्या हाल है। जिस औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़ा उनका कुल और वंश खत्म हो गया। आज उनके वंशज रिक्शा चला रहे हैं। यह दुर्गति हुई है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर विश्व मानव सभ्यता को बचाना है तो सनातन का सम्मान करना होगा। हमारे ऋषि मनीषियों ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही। सीएम योगी ने कहा “दुनिया के अंदर सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है, जिसने हर मजहब को विपत्ति के समय शरण दिया है, लेकिन कभी हिंदुओ के साथ ऐसा हुआ क्या?? क्या हुआ बांग्लादेश में, उससे पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान में क्या हुआ था?”

योगी आदित्यनाथ ने काशी और अयोध्या के साथ संभल का जिक्र करते हुए कहा “कभी काशी विश्वनाथ धाम, कभी अयोध्या में, कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोजपुर में। हर समय हिंदुओ के मंदिरों को तोड़ा गया। पता चला कि औरंगजेब के खानदान का व्यक्ति कोलकाता के पास रिक्शा चला रहा था। कभी उसने ईश्वर की दुर्गति नही की होती तो उसकी औलादों को ये दिन न देखना पड़ता।”

योगी आदित्याथ सहित अन्य नेता अयोध्या के साथ काशी और मथुरा का जिक्र करते रहे हैं। काशी और मथुरा दोनों जगह मंदिर और मस्जिद को लेकर विवाद है। हालांकि, संभल का जिक्र अब तक नहीं होता था। पिछले महीने स्थानीय अदालत के आदेश पर एएसआई की टीम सर्वे करने मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान उग्र भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प के बाद प्रशासन सख्त हुआ और आरोपियों पर कार्रवाई शुरू हुई। बिजली चोरी की जांच के बीच पुराना मंदिर मिला, जो 46 साल से बंद था। इस मंदिर के पास खुदाई में कुआं मिला और कुएं में मूर्तियां भी मिलीं। इसके बाद से संभल भी चर्चा में आ गया है। हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी और जिस जगह पर मस्जिद बनी है, वहां पूजा करने का अधिकार हिंदुओं का है।

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