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उत्तर प्रदेश

आजम खां सीतापुर और अब्दुल्ला हरदोई जेल के लिए रवाना, रामपुर में ही रहेंगी तंजीन फात्मा

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Azam Khan Sitapur and Abdullah left for Hardoi jail

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रामपुर (उप्र)। दो जन्म प्रमाणपत्र मामले में रामपुर की एमपी-एमएलए ट्रायल कोर्ट ने सपा नेता आजम खां, उनकी पत्नी पूर्व विधायक डॉ. तंजीन फात्मा और पुत्र पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को सात-सात साल कैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने तीनों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

अब खबर यह है कि आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को रामपुर जेल से क्रमशः सीतापुर व हरदोई के लिए शिफ्ट कर दिया गया है। उनकी शिफ्टिंग के आदेश प्रशासन को शनिवार को मिल गए थे। रविवार सुबह दोनों को जेल से जिला अस्पताल ले जाया गया।

यहां जांच के बाद उनको रवाना कर दिया गया। दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट ने उनको जेल भेजने के आदेश कर दिए थे, जिसके बाद पुलिस ने उनको रामपुर जेल में भेजा था। हालांकि तभी से यह आशंका जाहिर की जा रही थी कि तीनों को दूसरे जिले की जेल में शिफ्ट किया जा सकता है।

इसको लेकर पुलिस प्रशासन से लेकर जेल प्रशासन तक अपनी रिपोर्ट भेज चुका था। शनिवार की रात में आजम खान और अब्दुल्ला आजम खान को रामपुर से बाहर भेजने का आदेश पुलिस प्रशासन को मिल गया। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि आजम खां को सीतापुर जेल में शिफ्ट किया जाएगा, जबकि उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल भेजा जाएगा।

इसके अलावा डॉ. तंजीन फात्मा को रामपुर जेल में ही रखने के आदेश मिले हैं। आदेश मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने हरदोई व सीतापुर भेजने की तैयारी शुरू कर दी थी। रविवार को दोनों को रामपुर जेल से दूसरी जेलों में शिफ्ट करने के लिए रवाना कर दिया।

सीतापुर जेल से आजम का पुराना नाता

सीतापुर जेल से आजम खां का पुराना नाता रहा है। वह यहां करीब ढाई साल तक सीतापुर जेल में रह चुके हैं। आजम खां ने अपने परिवार समेत 26 फरवरी 2020 को गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद कोर्ट में सरेंडर किया था। उनके साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां और पत्नी डा.तजीन फात्मा भी रही थीं। तीनों को उस वक्त सीतापुर में जेल में रखा गया था।

करीब ढाई साल पहले अब्दु्ल्ला आजम सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। इससे पहले उनकी मां तंजीन फात्मा रिहा हुई थीं। साथ ही सबसे बाद में 27 माह बाद सपा नेता आजम खां जेल से जमानत पर रिहा हुए थे। सीतापुर जेल अब्दुल्ला के लिए पुरानी है।

अब्दुल्ला आजम के लिए हरदोई जेल होगी नई

सपा नेता अब्दुल्ला आजम खां पहली दफा हरदोई की जेल में रहेंगे। उनका इस जेल से कोई नाता नहीं है। शासन के फैसले के बाद अब उन्हें हरदोई की जेल में रखा जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

अकेली रह जाएंगी तंजीन फात्मा

रामपुर जेल में अपने पति और बेटे के साथ रह रहीं डा. तंजीन फात्मा अब अपने पति और बेटे से दूर हो जाएंगी। शासन ने उनको रामपुर की जेल में ही रखने का फैसला लिया है।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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