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उत्तर प्रदेश

बरेली: हिंदू धर्म अपनाने वाली बेटी को साथ रखना चाहती हैं मां, कहा- वही एक सहारा

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Bareilly teacher Neha Asmat adopted Hindu religion

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बरेली। बरेली की शिक्षिका नेहा असमत के हिंदू धर्म अपनाने के बाद उनकी मां रानी बेगम आगे आई हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म से एतराज नहीं है, वह बेटी को साथ रखना चाहती हैं। वहीं, शिक्षिका के सहकर्मी मोहित की पत्नी और दो बच्चे होने की बात सामने आने से विवाह प्रमाणपत्र खारिज होने की भी चर्चा है।

बता दें कि नेहा असमत 10 नवंबर को लापता हुई थीं। मां रानी बेगम ने नेहा के सहकर्मी मोहित सिंह पर शक जताकर बारादरी थाने में अपहरण की रिपोर्ट कराई थी। अब नेहा ने खुद के धर्म परिवर्तन करने और नाम नेहा सिंह रखने की बात सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित की है। मां और रिश्तेदारों पर अधेड़ व्यक्ति से शादी करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया।

नेहा ने कहा था कि जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। उससे शादी करने के लिए दबाव बनाया गया। इसलिए उन्होंने घर छोड़ दिया।

आर्य समाज मंदिर में की दोनों ने शादी

रानी बेगम ने कहा कि बड़ी बेटी की शादी के बाद नेहा ही उनका सहारा थी। वह काफी पढ़ी लिखी है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मोहित ने उसको किसी तरह बहला फुसला लिया है। वे आर्य समाज मंदिर गईं तो वहां पता लगा कि दोनों ने खुद को वयस्क और कुंवारा बताकर शादी की, जबकि मोहित की पत्नी और दो बच्चे हैं। मोहित की पत्नी की शिकायत पर विवाह प्रमाणपत्र रद्द कर दिया गया है। हाईकोर्ट में भी इसी आधार पर इन्हें मदद नहीं मिली।

बारादरी थाने के इंस्पेक्टर अमित पांडेय ने बताया कि नेहा वयस्क है, लेकिन बिना बताए घर से जाने की वजह से रिपोर्ट लिखी गई थी। उसे हाजिर होकर कोर्ट के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। पुलिस भी उसकी तलाश कर रही है।

दरअसल, बरेली से लापता निजी स्कूल की शिक्षिका नेहा असमत ने हिंदू धर्म अपना लिया। शिक्षिका ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन कर खुद के हिंदू धर्म अपनाने और नाम नेहा असमत से नेहा सिंह रखने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तीन तलाक और हलाला से डरकर उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है। उन्होंने खुद और अपने सहकर्मी मोहित की जान का खतरा भी जताया।

नेहा की मां रानी बेगम ने 11 नवंबर को बारादरी थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट कराई थी। उन्होंने नेहा के सहकर्मी मोहित सिंह पर अपहरण का शक जताया था। बारादरी पुलिस नेहा की तलाश कर रही थी। अब सोशल मीडिया पर नेहा का उज्जैन मंदिर का फोटो वायरल हो रहा है।

नेहा की ओर से SSP दफ्तर में पत्र देकर बताया गया है कि उसके पिता असमत अली की मौत हो चुकी है। बहन, बहनोई और एक अन्य व्यक्ति मां के साथ मिलकर उसकी शादी ऐसे शख्स से करने का दबाव बना रहे थे जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। उन्हें यह शादी पसंद नहीं थी। परिवार ने दबाव बनाया तो उन्होंने घर छोड़ दिया।

परिजनों ने कराई झूठी रिपोर्ट

नेहा ने अपने धर्म परिवर्तन का प्रमाणपत्र तो साथ लगाया है लेकिन शादी का जिक्र नहीं किया है। उन्होंने बताया कि परिजनों ने संजयनगर निवासी मोहित सिंह के खिलाफ अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी है, जबकि उन्होंने अपनी मर्जी से घर छोड़ा है और बिना किसी दबाव के सनातन धर्म अपनाया है।

नेहा ने कहा कि परिवार से उन्हें जान का खतरा है। ये लोग उनकी हत्या करा सकते हैं। मोहित व उसके परिवार को भी खतरा है। चेतावनी दी कि कोई खतरा हुआ तो उन्हीं का परिवार जिम्मेदार होगा।

उत्तर प्रदेश

आमजन को शीतलहर से बचाने में जुटी योगी सरकार, जनपदों को आवंटित किए 20 करोड़

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लखनऊ| योगी सरकार ने ठंड को देखते हुए प्रदेशवासियों को शीतलहर से बचाने के लिए कंबल और अलावा के लिए विभिन्न जिलों को पहली किस्त जारी कर दी है। योगी सरकार ने करीब 20 करोड़ आवंटित करते हुए निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को राहत देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों को वितरित किये जाने वाले कंबलों की गुणवत्ता उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और मंडलायुक्तों को निराश्रित व्यक्तियों, शरणार्थियों और प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, वस्त्र एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। राहत विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को धनराशि आवंटित कर दी है। जिलाधिकारियों द्वारा कंबल और अलाव के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है।

गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर के लिए सबसे ज्यादा धनराशि आवंटित

राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर कमजोर वर्ग के साथ हमेशा खड़े रहते हैं। योगी सरकार की ओर से कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। सरकार कमजोर, असहाय वर्ग के लोगों को आपदा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। ठंड की शुरुआत के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शीतलहरी से निपटने के लिए 351 तहसील को कंबल के लिए पहली किस्त के रूप में 17.55 करोड़ रुपये आवंटितक किए गए हैं। वहीं अलाव के लिए एक करोड़ 75 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किए गए। विभाग ने पहली किस्त के रूप में कुल उन्नीस करोड़ तीस लाख पचास हजार रुपये आवंटित किये हैं। इसमें 38 लाख 50 हजार रुपये की सर्वाधिक धनराशि गाजीपुर, बुलंदशहर, गोरखपुर, सीतापुर और लखीमपुर खीरी के लिए आवंटित की गई है। सभी मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को ठंड से निपटने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतलहरी से निपटने के लिए जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारियों, अपर जिलाधिकारियों, उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर निराश्रित, असहाय एवं कमजोर वर्ग के लोगों को चिह्नित करने के निर्देश दिये हैं। शीतलहरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है। सभी नगर पंचायत, नगर पालिका, नगर निगम एवं ग्रामीण इलाकों के सार्वजनिक स्थलों पर आवश्यकतानुसार अलाव जलाने को कहा गया है। इसके अलावा हर शहर की सीमा के तहत मुख्य मार्गों एवं विशेषकर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सफेद थर्मोप्लास्टिक पेंट द्वारा पट्टियों को दर्शाने, रिफलेक्टर, सोलरकैट साईन एवं डेलिवेटर लगाने का काम समय से पूरा करने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण दुर्घटना न हो। इसके अलावा अभियान चलाकर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कृषि कार्यों में उपयोग में आने वाली ट्रैक्टर ट्रालियों के पीछे रेडियम की पीली पट्टी लगवाने को कहा गया है, जिससे कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं पर नियत्रंण किया जा सके। शासन ने निर्देश दिया है कि सभी नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में समय रहते रैन बसेरे एवं शेल्टर होम आदि की स्थापना कर ली जाए। रैन बसेरों-शेल्टर होम पर व्यवस्थापक का नाम और मोबाइल नंबर अवश्य दर्शाया जाए। जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रात में औचक निरीक्षण भी किया जाए।

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