प्रादेशिक
बिहार: धक्का-मुक्की वाले वायरल वीडियो पर आया तेजप्रताप का बयान, दर्ज कराई FIR
पटना। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र व बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने धक्का-मुक्की वाले वायरल वीडियो पर सफाई दे दी है। इस संबंध में उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई है। बता दें कि तेज प्रताप लालू यादव के साथ अपनी नानी के गांव गोपालगंज जिला के सेलार कला ग्राम में गए हुए थे। यहीं पर धक्का-मुक्की की घटना बताई जा रही है।
यह है पूरा मामला
मंत्री तेज प्रताप की ओर से जानकारी दी गई है कि घटना वाले दिन एक व्यक्ति ने शराब के नशे में उनके साथ धक्का-मुक्की कर दी थी। तेज प्रताप उसे मनाते रहे। अंतिम में स्थानीय प्रशासन ने उस व्यक्ति को वहां से हटाया। आरोप है कि घटना के दो दिन बाद उक्त व्यक्ति ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया है।
मंत्री के निर्देश पर उनके आईटी सेल मैनेजर समेश कुमार ने अनुमंडल पदाधिकारी हथुआ को पत्र लिखकर घटना की जानकारी देते हुए घटना की जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है। यह जानकारी मंत्री तेज प्रताप यादव अपने एक्स हैंडल के माध्यम से दी है।
शिकायती आवेदन में क्या लिखा?
अनुमंडल पदाधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 22 अगस्त को सुबह 10.30 बजे तेज प्रताप नानी के घर गए थे। नानी के घर से बाहर निकलते समय सुमंत यादव शराब के नशे में धक्का-मुक्की करने लगा।
मंत्री के बार-बार आग्रह करने के बाद भी वह नहीं मान रहा था। स्थानीय प्रशासन ने उसे डांटकर हटाया। घटना के दो दिन बाद वह उस दिन का वीडियो एडिट करके मंत्री की छवि धूमिल कर रहा है। पत्र में लिखा गया है कि सुरक्षा की दृष्टिकोण यह घटना अति संवेदनशील है। आग्रह है कि सुमंत यादव पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
उत्तर प्रदेश
शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज
गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।
शुरू में उन्हें करनाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।
बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्पेक्टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्पेक्टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।
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