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प्रादेशिक

बिहार: हाजीपुर सीट पर रीना पासवान करेंगी दावेदारी? इस तस्वीर से मिले संकेत  

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पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) का अध्यक्ष चिराग पासवान के केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होने को लेकर चर्चाओं का दौर लगातार जारी है। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहा कि आखिर चाचा पशुपति पारस इस सियासी घटनाक्रम को कैसे लेते हैं। हालांकि उनके तेवर बिल्कुल जुदा ही नजर आ रहे।

ऐसा होने की वजह बन रही हाजीपुर संसदीय सीट, जिसे लेकर चाचा-भतीजा फिर आमने-सामने नजर आ रहे। पशुपति पारस अभी हाजीपुर सांसद हैं और वो ये सीट छोड़ने के मूड में नहीं दिख रहे। उन्होंने दो टूक कहा कि स्व. रामविलास पासवान ने मुझे अपना उत्तराधिकारी बनाया था।

वहीं चिराग भी इस सीट पर दावेदारी का मौका नहीं छोड़ रहे। यही नहीं हाजीपुर पर अपनी पकड़ मजबूत करने और चाचा की दावेदारी कमजोर करने के लिए वो बेहद इमोशनल और चौंकाने वाला दांव भी चल सकते हैं।

बीजेपी की मंशा चाचा पारस और भतीजे चिराग में हो जाए सुलह

चिराग पासवान की कोशिश है कि हाजीपुर सीट उनके पास आ जाए। इसके लिए वो लगातार यहां का दौरा करते रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों हाजीपुर में दो टूक ऐलान भी किया कि वह किसी भी हाल में इस सीट पर चुनाव लड़ेंगे, फिर चाहे गठबंधन हो या नहीं हो। इसी बीच खबर ये आ रही कि हाजीपुर सीट से चिराग पासवान की मां रीना पासवान दावेदारी कर सकती हैं। चाचा पारस को रोकने के लिए इस फॉर्मूले पर विचार किया जा रहा।

इन तस्वीर से शुरू हुई रीना पासवान के राजनीति में एंट्री की चर्चा

रीना पासवान के चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा तब शुरू हुई जब हाल ही में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग से मुलाकात की। दिल्ली में हुई इस मुलाकात के दौरान चिराग की मां रीना पासवान ने नित्यानंद राय का अपने आवास पर स्वागत किया। रीना पासवान वैसे तो कभी भी सार्वजनिक राजनीतिक मंच पर नहीं आई है लेकिन उन्होंने परिवार और पार्टी में टूट के बाद हर कदम पर बेटे चिराग का साथ दिया।

रीना ने परोसा चिराग और नित्यानंद राय को खाना

यही नहीं जब दिल्ली में बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने चिराग से मुलाकात की तो मां रीना पासवान लगातार उनके साथ रहीं। दिल्ली आवास पर मुलाकात के दौरान उन्होंने नित्यानंद राय को अपने हाथ से बना भोजन कराया। एलजेपी (रामविलास) के मुखिया के साथ नित्यानंद राय की इसी मुलाकात के बाद रीना पासवान के चुनाव मैदान में उतरने की खबरें आनी शुरू हो गईं।

चाचा-भतीजे में क्या हो जाएगी सुलह

दरअसल, बीजेपी की कोशिश चिराग पासवान और पशुपति पारस को एक साथ लाने की है। इसके लिए लगातार बीजेपी नेता चिराग से मिल रहे। हालांकि, चाचा-भतीजा में सुलह के बीच हाजीपुर की सीट आ रही। पशुपति पारस इस सीट को हाथ से जाने नहीं देना चाहते। ऐसे में चिराग अगर अपनी मां रीना पासवान को चुनावी मैदान में उतारते हैं तो शायद चाचा पारस पीछे हट जाएं।

चिराग की मां के हाजीपुर या जमुई से दावेदारी की चर्चा

वहीं एलजेपी सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान की मां रीना पासवान ने भी चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। इनके लिए प्रमुख क्षेत्र खोजे जा रहे हैं। कहा जा रहा कि रीना पासवान अगर हाजीपुर से उतरती हैं तो ठीक नहीं तो जमुई से भी दावेदारी कर सकती हैं।

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उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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