Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

बिजनौर: दो मुस्लिम भाइयों की साजिश, भगवा पहनकर किया मज़ार में तोड़फोड़

Published

on

Loading

बिजनौर। उप्र के बिजनौर में सांप्रदायिक माहौल ख़राब करने की कोशिश करने वाले दो भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल माहौल खराब करने के मकसद से बिजनौर के शेरकोट इलाके की कई सौ साल पुरानी मज़ार को दो मुस्लिम भाइयो ने निशाना बनाते हुए हिन्दू धर्म की पोशाक (भगवा) पहनकर मज़ार में जमकर तोड़फोड़ की। इतना ही नही दोनों ने मज़ार पर चढ़ाई जाने वाली चादरों को आग के हवाले भी कर दिया।

डीएम एसपी की सूझबूझ के चलते शहर में माहौल खराब करने का उनका मकसद कामयाब नहीं हो पाया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और गहनता से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए दोनों भाई शेरकोट इलाके के ही रहने वाले है।

प्राप्त समाचार के अनुसार शेरकोट इलाके के मुस्लिम समुदाय के दो सगे भाई आदिल व कमाल ने भगवा रंग के कपडे पहनकर सैकड़ो साल पुरानी दरगाह भूरे शाह बाबा, जलालशाह बाबा क़ुतुब शाह की मज़ार को निशाना बनाते हुए एक के बाद एक मज़ारों को तहस नहस कर दिया।

इतना ही नही दोनों शातिर भइयो ने मज़ार पर चढ़ी सभी चादरों को आग के हवाले कर दिया। फिलहाल शुरुआती जांच में यही अंदाज़ लग जा रहा हैं कि माहौल को बिगाड़ने की नीयत से दोनों सगे भइयो ने भगवा रंग का चोला पहनकर वारदात को अंजाम दिया।

दरअसल, कुछ राहगीरों ने उन्हें मज़ार पर तोड़फोड़ करते देख लिया था और पुलिस को सूचन दे दी डीएम एसपी तत्काल मौका-ए-वारदात पर पहुँचकर स्थिति को कंट्रोल में किया और आनन फानन में टूटी हुई तीनो मज़ारों पर मरमत का काम शुरू करा दिया। पुलिस ने आरोपी दोनों सगे भइयो को गिरफ्तार कर लिया जिनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending