Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को 2 साल की सजा, जाएगी संसद सदस्यता; जानें मामला

Published

on

Relief to BJP MP Ram Shankar Katheria, 2-year sentence suspended from District Court

Loading

आगरा। उप्र के इटावा से भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया को आगरा की MP/MLA कोर्ट ने आज शनिवार को 2 साल के कारावास और 50 हजार जुर्माने की सजा सुनाई है। उन्हें टोरंट पॉवर के अधिकारी से मारपीट और बलवा करने का दोषी माना गया है। कठेरिया केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं।

मामला 16 नवंबर, 2011 का है। घटना के समय वह आगरा के सांसद थे। 2 साल की सजा होने के बाद रामशंकर कठेरिया संसद की सदस्यता जा सकती है। 2011 में की थी टोरंट अधिकारी से मारपीट

घटनाक्रम के मुताबिक, 16 नवंबर, 2011 को दोपहर करीब 12.10 बजे टोरंट पावर लिमिटेड, आगरा के साकेत माल स्थित ऑफिस में मैनेजर भावेश रसिक लाल शाह बिजली चोरी से जुड़े मामलों की सुनवाई और निस्तारण कर रहे थे। तभी स्थानीय सांसद रामशंकर कठेरिया 10-15 समर्थकों के साथ आए और भावेश रसिक लाल शाह के साथ मारपीट शुरू कर दी।

इसमें उन्हें काफी चोटें आई थीं। इस घटना की टोरंट पावर के सुरक्षा निरीक्षक समेधी लाल ने हरीपर्वत थाने में तहरीर दी थी। इस पर रामशंकर कठेरिया और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। थाना हरीपर्वत पुलिस ने कठेरिया के खिलाफ ही कोर्ट चार्ज शीट दाखिल की थी। इसी मामले में गवाही और बहस की प्रक्रिया पूरी होने के बाद फैसला सुनाया गया।

सांसद कठेरिया बोले-आगे अपील करूंगा

कोर्ट से निकलने के बाद सांसद रामशंकर कठेरिया ने बताया, “समसाबाद रोड पर एक महिला कपड़ों पर प्रेस करती थी। उनका एक टोरंट से जुड़ा मामला था। उनका बिल ज्यादा आ गया था। वो मेरे पास अपनी शिकायत लेकर आईं। फिर मैंने टोरंट के अधिकारियों से बात की, तो उन्होंने कहा कि बिल ठीक कर दिया जाएगा। उसके 8 दिन बाद महिला अपने बच्चों को लेकर फिर से मेरे पास आई और कहा कि मेरा बिल कम नहीं हुआ है। मैं सुसाइड कर लूंगी और रोने लगी।”

उन्होंने बताया, ”इसके बाद मैं वहां से उठकर टोरंट के ऑफिस गया। वहां मैंने कहा तो बिल ठीक हो गया। चूंकि उस समय बसपा की सरकार थी और राजनीति के चलते मेरे ऊपर कई मुकदमे लिखे गए थे। उसी क्रम में यह मुकदमा भी लिखा गया था।

उसमें जो वादी थे, उन्होंने लिखा कि सांसद जी ने ऐसा कुछ किया नहीं। जो गवाह थे, उन्होंने कहा कि सांसद जी को तो हमने ऑफिस में देखा भी नहीं। इन सबके बावजूद धारा 300 और 147 में मुकदमा लिखा गया। इसमें दो साल की शनिवार को कोर्ट ने सजा सुनाई है, साथ ही 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। मैं माननीय कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं, स्वीकार करता हूं। अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए आगे अपील करूंगा।”

रामशंकर कठेरिया का रहा है विवादों से नाता

सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया के सुरक्षाकर्मियों द्वारा 6 जुलाई, 2019 को टोलकर्मियों के साथ की गई मारपीट में मुकदमा दर्ज हुआ था। टोल प्लाजा पर लगे CCTV की फुटेज में कठेरिया टोलकर्मी को थप्पड़ मारते हुए दिख रहे थे। टोलकर्मियों का मेडिकल कराया गया था। तब रहनकला टोल पर जमकर गुंडई हुई थी।

कठेरिया के सुरक्षाकर्मियों ने वहां कानून अपने हाथ ले लिया था। इन लोगों वहां पर टोलकर्मियों की डंडों से पिटाई करने के साथ ही हवा में काफी फायरिंग भी की गई। सांसद के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने भी टोलकर्मियों को दहशत में लेने के लिए जमकर उत्पात मचाया था। रामशंकर कठेरिया इटावा से पहले आगरा से दो बार सांसद रहे हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

Published

on

Loading

गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

Continue Reading

Trending