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‘बच्चा है, इतिहास का कम ज्ञान है’, जयंत के ‘चवन्नी’ वाले बयान पर BJP का पलटवार
जयंत चौधरी के एक बयान के चलते अब सियासी गेहमागहमी शुरू हो गई है। उन्होंने बयान में कहा कि ‘चवन्नी नहीं हूँ जो पलट जाऊं।’ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से मिले न्योते को ठुकराने वाले जयंत चौधरी पर अब भगवा दल ने जोरदार पलटवार किया है। राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख की ओर से यह कहे जाने पर कि ‘चवन्नी नहीं जो पलट जाऊं’ बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वह बच्चे हैं।
प्रधान ने उनके पिता के बार-बार पार्टी बदलने की याद दिलाते हुए कहा कि उनका इतिहास ज्ञान बेहद कमजोर है। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें बच्चा बताते हुए माफ करने की बात कही। धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, ‘जयंत के बारे में जितना कम कहा जाए उतना अच्छा। वह (जयंत चौधरी) बच्चे हैं, वह मैदान में नए आए हैं। उनके पिता ने कितनी बार पार्टी बदली। जब वह पहली बार चुनाव लड़े तो किसके साथ गठबंधन था। मुझ नहीं पता था कि उनका इतिहास ज्ञान इतना कमजोर है। बच्चों को माफ कर देना चाहिए।’
हाल ही में दिल्ली में जाट नेताओं से मुलाकात के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि जयंत चौधरी ने गलत घर का चुनाव कर लिया है और चुनाव बाद भी बीजेपी का दरवाजा उनके लिए खुला हुआ है। जयंत चौधरी ने बीजेपी के इस न्यौते को ठुकराते हुए कहा था कि वह चवन्नी नहीं हैं जो पलट जाएं। इसके बाद शाह ने एक जनसभा में यह भी कहा कि चुनाव बाद अखिलेश यादव जयंत चौधरी का साथ छोड़ देंगे।
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World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने रचा इतिहास, 180 से ज्यादा देशों के लोग हुए शामिल
बेंगलुरु। विश्व ध्यान दिवस पर आयोजित World Meditates With Gurudev कार्यक्रम ने इतिहास रच दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने ऑन लाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दुनिया भर के 85 लाख से ज्यादा लोगों को सामूहिक ध्यान कराया। इस कार्यक्रम ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनियन में जगह बनाते हुए पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने सामूहिक ध्यान के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ जोड़ा।
180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए
दरअसल, पूरी दुनिया ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के तौर पर मनाया। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 180 से ज्यादा देशों के लोग शामिल हुए और इसके माध्यम से ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रदर्शित किया। श्री श्री रविशंकर संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में उद्घाटन समारोह से शुरू होकर अपने समापन तक यह कार्यक्रम दुनिया के महाद्वीपों में ध्यान की लहर फैलाता चला गया।
ये रिकॉर्ड टूटे
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड
YouTube पर ध्यान के लाइव स्ट्रीम के सबसे ज़्यादा दर्शक
एशिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स
एक दिवसीय ध्यान में भारत के सभी राज्यों से अधिकतम भागीदारी
एक दिवसीय ध्यान में अधिकतम Nationalities ने हिस्सा लिया
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