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उत्तर प्रदेश

कहर बनकर टूट रहा है ‘बाबा’ का बुलडोजर, आज ध्वस्त होगा सफदर अली का मकान

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Bulldozer action in Umesh Pal murder case

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प्रयागराज। अतीक अहमद गैंग के करीबी और उमेश पाल हत्‍याकांड में आरोपित की मदद करने वालों पर योगी आदित्‍यनाथ सरकार का बुलडोजर कहर बनकर टूट रहा है। विधानसभा में CM योगी आदित्‍यनाथ के माफिया को मिट्टी में मिलाने की शपथ लेने के बाद प्रयागराज प्रशासन और पीडीए एक्‍शन मोड में है।

आज धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया इलाके में सफदर अली के मकान को प्रयागराज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर जमींदोज करेगा। सफदर अली को मकान के ध्‍वतीकरण के संबंध में पीडीए ने नोटिस भी दे दिया है।

कल बुधवार को खालिद जफर के घर को खंडहर बनाने के बाद आज सफदर अली के मकान को ध्‍वस्‍त किया जाएगा। ध्‍वस्‍तीकरण की कार्रवाई से पहले मौके पर भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। जहां पर कार्रवाई होनी है उस रास्‍ते को पुलिस ने बंद कर दिया है। आरएएफ की टुकड़ी भी तैनात की गई है।

बता दें कि उमेश पाल हत्‍याकांड के बाद योगी आदित्‍यनाथ सरकार एक्‍शन मोड में है। ध्वस्तीकरण के लिए माफिया के टाप 10 करीबियों की सूची तैयार हो गई है। इन सभी के मकानों पर एक ध्वस्तीकरण के लिए जल्द ही नोटिस चस्पा करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

उमेश पाल हत्‍याकांड के दौरान जिन लोगों ने मदद की उन सभी पर गाज गिरने वाली है। तेलियरगंज, चकिया, धूमनगंज,सुलेमसराय दरियाबाद, करेली, हरवारा, जयंतीपुर, सदियापुर, मुंडेरा, झलवा, अटाला,कसारी-मसारी, दायराशाह अजमल, मिनहाजपुर, गद्दोपुर,महमदपुर क्षेत्र में है उमेश पाल की हत्या में शामिल अपराधियों व उनको मदद पहुंचाने वालों का मकान है।

उत्तर प्रदेश

शामली मुठभेड़ में घायल हुए STF इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद, गुरुग्राम के मेदांता में चल रहा था इलाज

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गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के शामली में हुई एक मुठभेड़ के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स ने चार कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया। इस अभियान में एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया।

इस घटना में मारा गया मुख्य अपराधी अरशद जिसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। अपने तीन साथियों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यह घटना कानून-व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। लेकिन एसटीएफ ने इस दौरान एक वीर अधिकारी को खो दिया।

शुरू में उन्‍हें करनाल के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन बाद में हालत खराब होने पर गुरुग्राम के मेदांता में रेफर किया गया। बीते 24 घंटे खतरे से बाहर नहीं हुए थे इंस्पेक्टर सुनील कुमार। वह वहां आईसीसीयू में भर्ती थे।

बताया जा रहा है कि एक गोली इंस्‍पेक्‍टर के लिवर को पार करके पीठ में अटक गई थी। इसे निकाला संभव नहीं था, इसलिए इसे छोड़ दिया गया।इंस्‍पेक्‍टर सुनील कुमार ठोकिया एनकाउंटर में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर बने थे। शामली में सोमवार देर रात कग्‍गा गैंग के चार बदमाशों के एनकाउंटर में इंस्पेक्टर सुनील कुमार भी शामिल थे। बदमाश एक कार में सवार थे। घेरे जाने पर उन्‍होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी में सुनील कुमार घायल हुए थे। जवाबी कार्रवाई में STF ने चार बदमाशों को मार गिराया था।

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